कैसे एक मीटिंग के बाद मची AAP में भगदड़, 8 विधायकों के इस्तीफे की इनसाइड स्टोरी
सवाल उठ रहा है कि इन सभी विधायकों का टिकट करीब एक महीने पहले कटा था। इतने दिनों की चुप्पी के बाद अचानक सभी ने एक ही दिन क्यों इस्तीफा दिया? कैसे कुछ घंटों के भीतर सभी ने 'आप' से नाता तोड़ने का ऐलान किया?
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से महज 5 दिन पहले आम आदमी पार्टी (आप) के 8 मौजूदा विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। शुक्रवार शाम एक के बाद एक कुछ ही घंटों में इन विधायकों ने पद के साथ पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। वोटिंग से ठीक पहले ताबड़तोड़ इस्तीफों को 'आप' के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, इन सभी विधायकों को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया गया था और इसकी वजह से ये नाराज भी थे।
सवाल उठ रहा है कि इन सभी विधायकों का टिकट करीब एक महीने पहले कटा था। इतने दिनों की चुप्पी के बाद अचानक सभी ने एक ही दिन क्यों इस्तीफा दिया? कैसे कुछ घंटों के भीतर सभी ने 'आप' से नाता तोड़ने का ऐलान किया? आम आदमी पार्टी इसके लिए भाजपा पर आरोप लगा रही है। हालांकि, 'लाइव हिन्दुस्तान' को इस्तीफा देने वाले 8 विधायकों में से दो ने बताया कि क्यों और कैसे एक ही दिन सभी ने यह कदम उठाया।
अन्ना आंदोलन के समय से ही अरविंद केजरीवाल का साथ निभाते रहे त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित कुमार महरौलिया ने बताया कि असल में टिकट कटने के बाद से ही सभी विधायक संपर्क में थे और आपस में विचार-विमर्श कर रहे थे। रोहित ने ‘लाइव हिन्दुस्तान’ से फोन पर बातचीत में बताया कि नाराज विधायकों ने शुक्रवार को विधानसभा परिसर में एक बैठक की थी। इसमें मंथन के बाद इस्तीफे का फैसला किया गया। सभी ने एकमत से कहा कि पार्टी अब अपने रास्ते से भटक गई है और ऐसे में अब राहें अलग कर लेनी चाहिए। मादीपुर से विधायक रहे गिरीश सोनी ने भी इस बात की पुष्टि की कि सभी विधायकों ने एक साथ विचार-विमर्श के बाद एक ही दिन इस्तीफे की घोषणा की।
अन्ना आंदोलन के वक्त से साथ रहे विधायकों का इस्तीफा
त्रिलोकपुरी के विधायक रोहित कुमार और मोदीपुर के गिरीश सोनी के अलावा जनकपुरी से विधायक राजेश ऋषि, पालम से भावना गौड़, कस्तूरबा नगर से मदनलाल, महरौली से नरेश यादव, आदर्श नगर से पवन कुमार शर्मा, बिजवासन से बीएस जून ने इस्तीफा दिया है। खास बात यह है कि इस्तीफा देने विधायक अन्ना आंदोलन के दौर से अरविंद केजरीवाल के साथ थे। रोहित कुमार ने कहा कि सभी विधायक अन्ना आंदोलन के दौर के साथी हैं।
क्या होगा अगला कदम
इस्तीफा देने वाले विधायक भाजपा या कांग्रेस का समर्थन करेंगे या फिर तटस्थ रहेंगे? इस सवाल के जवाब में विधायकों ने बताया कि अभी इसका फैसला नहीं हुआ है। सभी विधायक आपस में मिलकर इसका फैसला लेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा या अन्य किसी दल ने उनसे संपर्क किया था, रोहित कुमार ने कहा कि अभी तक उनका किसी दल से संपर्क नहीं हुआ है। भविष्य में क्या होगा यह अभी नहीं कह सकते।