वोट शेयर में 2 फीसदी के अंतर से दिल्ली में बदल गया पूरा खेल, BJP-AAP को कितना नफा-नुकसान
Delhi Election Result: दिल्ली चुनाव के नतीजों में भाजपा ने बंपर जीत दर्ज की है। भाजपा को 70 में से 48 सीटें मिली हैं। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के खाते में 22 सीटें ही आई हैं। जानें किसे कितना वोट शेयर मिला?
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दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने बंपर जीत दर्ज की है। भाजपा को 70 में से 48 सीटें मिली हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के खाते में 22 सीटें ही आई हैं। चुनाव नतीजों को देखें तो बीते 10 वर्षों के दौरान दिल्ली में भाजपा का वोट शेयर करीब 13 फीसदी बढ़ा है, जबकि इसी अवधि में AAP का वोट शेयर करीब 10 फीसदी तक घटा है। दिल्ली में कड़े मुकाबले वाले चुनाव में भाजपा और आम आदमी पार्टी के वोट शेयर में महज 2 फीसदी का अंतर था।
गौरतलब है कि भाजपा 26 वर्षों से ज्यादा समय से दिल्ली की सत्ता से बाहर थी। उसने इन चुनावों में अरविंद केजरीवाल समेत AAP के दिग्गजों को करारी शिकस्त दी। वहीं कांग्रेस लगातार तीसरी बार दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत पाई। आप को 43.57 प्रतिशत वोट मिले जो 2020 के चुनावों में मिले 53.57 फीसदी से काफी कम थे। आम आदमी पार्टी को 2015 के विधानसभा चुनावों में 54.5 प्रतिशत वोट मिले थे।
शायद पहली बार है कि कोई पार्टी 40 फीसदी वोट शेयर पाने के बाद भी चुनाव हार गई। साल 2020 और 2015 में आम आदमी पार्टी ने क्रमशः 67 और 62 सीटें हासिल करके भारी बहुमत हासिल किया था। इस साल के चुनाव में भाजपा ने 45.56 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया और 48 सीटों पर जीत दर्ज की। BJP का वोट शेयर 2020 में 38.51 प्रतिशत था। साल 2015 के चुनावों में यह 32.3 प्रतिशत था।
साल 1998 से 2013 तक 15 साल तक दिल्ली की सत्ता में रही कांग्रेस इस बार के चुनावों में भी कोई सीट नहीं जीत सकी। उसने 6.34 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया। कांग्रेस के लिए मामूली राहत यह रही कि उसके वोट शेयर में पिछली बार की तुलना में 2.1 प्रतिशत का सुधार हुआ था। कांग्रेस ने 2020 के विधानसभा चुनावों में 4.3 प्रतिशत के मुकाबले इस बार 6.34 प्रतिशत वोट हासिल किया।