AIMIM अगर ज्यादा सीटों पर लड़ जाती तो…दिल्ली चुनाव नतीजों के बाद क्या बोले असदुद्दीन ओवैसी
- चुनाव नतीजों के बाद ओवैसी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है जिसमें उन्होंने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधा है और अपने दोनों उम्मीदवारों की रिहाई की दुआ मांगी है।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने दो सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। ओखला से उन्होंने शिफा-उर-रहमान और मुस्तफाबाद से ताहिर हुसैन को उम्मीदवार बनाया था। दोनों ही उम्मीदवार दिल्ली में हुए दंगों के मामले में आरोपी हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं। दोनों ही उम्मीदवार अपनी-अपनी सीट पर जीत करने में असफल रहे और तीसरे स्थान पर रहे। चुनाव नतीजों के बाद अब ओवैसी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है जिसमें उन्होंने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधा है और अपने दोनों उम्मीदवारों की रिहाई की दुआ मांगी है।
उन्होंने कहा, ओखला और मुस्तफाबाद की आवाम का शुक्रिया। नतीजा जो हम चाह रहे थे वह नहीं आया लेकिन हमारे हौसले बुलंद हैं और बुलंद रहेंगे। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ताहिर हुसैन, शिफा-उर-रहमान और उन तमाम लोगों की रिहाई के लिए हम दुआ करेंगे। हमें यकीन है कि वह सभी बेकसुर साबित होंगे। उन्होंने कहा, नतीजे आने के बाद जो दों पार्टियां खुद को सेक्यूलर के दावेदार कहते थे, आज एक दूसरे पर बी टीम का इल्जाम नहीं लगा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि अगर मजलिस ज्यादा सीटों पर लड़ जाती तो इनके हथकंडे इस्तेमाल होने शुरू हो जाते। लेकिन अब बीजेपी से हारने के बाद दोनों दल अदब के दायरे में हैं। इससे ये बेनकाब होते हैं कि कैसे मजलिस जब आपकी आवाज उठाने और हिस्सेदारी की बात करती है तो कैसे इनके पेट में दर्द शुरू हो जाता है।
बता दें, मुस्तफाबाद में ‘आप’ के प्रत्याशी आदिल खान को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मोहन सिंह बिष्ट ने 17,578 मतों से शिकस्त दी। इस सीट पर एआईएमआईएम के उम्मीदवार ताहिर हुसैन 33,474 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे और कांग्रेस के अली मेहदी को 11,763 मत हासिल हुए।
ओखला में भी ‘आप’ के मुस्लिम चेहरे अमानतुल्लाह खान भले ही जीत गए हों, लेकिन उनकी जीत का अंतर पिछली बार की तुलना में खासा कम हुआ है। इस सीट से एआईएमआईएम के प्रत्याशी शिफा-उर-रहमान 39,558 मत हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे।
दिलचस्प है कि मुस्लिम बहुल सीटों - ओखला, मटिया महल, बल्लीमारान, मुस्तफाबाद और बाबरपुर में कांग्रेस को पिछली बार से ज्यादा इस बार मत मिले हैं। हालांकि सीलमपुर में कांग्रेस के वोट पिछली बार की तुलना में कम हो गए हैं।
ओखला में अमानतुल्लाह खान को 2020 के चुनाव में 1,30,367 मत मिले थे लेकिन इस बार उन्हें 88,943 मत हासिल हुए। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले परवेज़ हाशमी को 2020 में 5123 वोट मिले थे, लेकिन इस बार पार्टी की उम्मीदवार अरीबा खान को 12,739 मत हासिल हुए, लेकिन इस सीट पर एआईएमआईएम के उम्मीदवार की वजह से अरीबा खान चौथे नंबर पर खिसक गईं।
निर्वतमान दिल्ली सरकार में मंत्री और पुरानी दिल्ली की बल्लीमारान सीट से ‘आप’ प्रत्याशी इमरान हुसैन ने 29,823 वोट से जीत हासिल की है, लेकिन उन्हें पिछली बार की तुलना में इस बार कम वोट मिले हैं।
हुसैन को 2020 के चुनाव में 65,644 वोट मिले थे, मगर इस बार उन्हें 57,004 मत ही हासिल हुए। गत चुनाव में 4,802 वोट हासिल करने वाले कांग्रेस उम्मीदवार हारून युसूफ को इस बार 13,059 वोट हासिल हुए।
इसके पड़ोस की मटिया महल सीट से ‘आप’ के आले मोहम्मद इकबाल ने 42,724 मतों से जीत दर्ज की है और उन्हें 58,120 वोट हासिल हुए हैं जबकि 2020 के चुनाव में उनके पिता व ‘आप’ के उम्मीदवार शुऐब इकबाल को 67,282 वोट मिले थे।
इस सीट से 2020 में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे मिर्जा जावेद अली को 3409 मत प्राप्त हुए थे, लेकिन इस बार कांग्रेस के आसिम अहमद खान ने 10,295 वोट हासिल किए।
उत्तर पूर्वी दिल्ली की सीलमपुर सीट को ‘आप’ के चौधरी जुबैर अहमद ने 42,477 मतों के अंतर से जीता है। इस क्षेत्र की दिलचस्प कहानी यह है कि इस सीट से पिछली बार ‘आप’ से विधानसभा पहुंचे अब्दुल रहमान पार्टी से टिकट न मिलने की वजह से कांग्रेस में शामिल हो गए थे और इस बार उन्हें मात्र 16,551 वोट हासिल हुए। जुबैर के पिता चौधरी मतीन अहमद ने पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और उन्हें 20,207 वोट मिले थे।
वर्तमान सरकार में मंत्री व ‘आप’ के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने बाबरपुर सीट पर 18,994 मतों से जीत हासिल की है। राय को इस बार 76,192 वोट मिले जबकि पिछली बार उन्हें 84,776 वोट हासिल हुए थे। कांग्रेस के हाजी इशराक को 8,797 वोट मिले हैं जबकि पिछले चुनाव में इस सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी रही अन्वीक्षा जैन को 5131 वोट हासिल हुए थे।
मुस्तफाबाद में ‘आप’ के आदिल खान को 67,637 मिले और वह दूसरे स्थान पर रहे जबकि कांग्रेस उम्मीदवार अली मेहदी को इस बार 11,763 वोट हासलि हुए और वह चौथे स्थान पर रहे जबकि 2020 में उन्हें 5355 मत हासिल हुए थे और वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
भाषा से इनपुट