राहुल गांधी ने लिया सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू, अडानी और पुलवामा पर पूछे सवाल
राहुल गांधी ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू लिया है। उन्होंने इस दौरान सत्यपाल मलिक से जम्मू-कश्मीर के हालात, गौतम अडानी और पुलवामा आतंकी हमले के मुद्दे पर सवाल पूछे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू लिया है। उन्होंने इस दौरान सत्यपाल मलिक से जम्मू-कश्मीर के हालात, गौतम अडानी और पुलवामा आतंकी हमले के मुद्दे पर सवाल पूछे। इसके अलावा सत्यपाल मलिक के राजनीतिक सफर को लेकर भी राहुल ने कई बातें पूछीं। कांग्रेस नेता ने इस इंटरव्यू को यूट्यूब और ट्विटर पर शेयर किया है। इस साक्षात्कार में सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर से सरकार पर पुलवामा अटैक को लेकर निशाना साधा है और इसे मोदी सरकार की असफलता करार दिया।
फरवरी 2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले का मसला फिर से सत्यपाल मलिक ने छेड़ा। उन्होंने राहुल के सवाल पर कहा, 'मैं यह तो नहीं कहूंगा कि इन लोगों ने हमला कराया। लेकिन इन लोगों की लापरवाही से हुआ और फिर उसका इन्होंने राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल किया। उन्होंने कई बार अपने भाषण में कहा था कि वोट देने जाओ तो पुलवामा को याद रखना।' इस पर राहुल ने बताया कि पुलवामा अटैक के बाद शहीदों के शव जब एयरपोर्ट पहुंचे तो मैं भी गया था। इस दौरान मुझे एक कमरे में बंद कर दिया गया। वहां सेना के अफसर थे और पीएम भी आ रहे थे, लेकिन मुझे बंद ही रखा। ऐसा लग रहा था कि जैसे वहां एक शो बनाया जा रहा है। सत्यपाल मलिक ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को तो श्रीनगर ही जाना था।
सत्यपाल मलिक ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निजी हमला बोलते हुए कहा, 'जिस वक्त पुलवामा अटैक हुआ, वह नेशनल कॉर्बेट पार्क में शूटिंग करा रहे थे। मैंने कई बार कोशिश की, लेकिन बात ही नहीं हो पाई। इसके बाद शाम को 5 या 6 बजे फोन आया तो मैंने कहा कि हमारी गलती से इतने लोग मारे गए। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि आप चुप रहिए अभी। फिर तीन बाद ही आ गया कि हमने स्ट्राइक की है और पुलवामा के शहीदों को याद रखना।' सत्यपाल मलिक ने कहा कि सीआरपीएफ की एप्लिकेशन थी कि हमें फ्लाइट की सुविधा दी जाए, लेकिन 4 महीने तक उस पर फैसला नहीं हुआ। फिर वे सड़क के रास्ते ही गए। सीआरपीएफ के जवानों से जो गाड़ी टकराई थी, वह 10 दिनों से घूम रही थी।
सत्यपाल मलिक बोले- मेरी आंखों में आंसू थे, पर पीएम ने कहा चुप रहो
पुलवामा अटैक के बाद जब मैं गया तो उस ट्रैक पर ऐसी 8 से 10 लिंक रोड थीं, जो मुख्य मार्ग से मिलती थीीं। लेकिन कहीं भी ढंग से सिक्योरिटी फोर्स नहीं थी। रिवाज है कि ऐसे लिंक रोड्स पर फोर्स रहती है, जो दूसरे ट्रैफिक को कुछ वक्त के लिए रोक देती थी। मलिक ने कहा कि मैं जब पुलवामा अटैक वाली जगह पर गया तो आंखों में आंसू आ गए। लेकिन मोदी से बात हुई तो उन्होंने कहा कि आप चुप रहिए। ये लोग उसे इलेक्शन के लिए इस्तेमाल करना चाहते थे। मुझे कई लोगों ने बताया कि विस्फोटक टकराने वाली गाड़ी 10 से 12 दिनों से घूम रही थी।
'कश्मीर के लोगों को 370 से ज्यादा राज्य का दर्जा लेना बुरा लगा'
इंटरव्यू में राहुल गांधी ने पूछा कि आप जम्मू-कश्मीर में थे। वहां की समस्या को लेकर आपकी क्या राय है? इस पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आप फौज से कुछ नहीं कर सकते, लेकिन वहां के लोगों का भरोसा जीतकर कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को तुरंत राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। उनको आर्टिकल 370 हटने से ज्यादा राज्य का दर्जा खत्म करना बुरा लगा। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि मैं तो जम्मू गया तो वहां के लोग भी खुश नहीं हैं। सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैंने सरकार से कहा कि आप राज्य का दर्जा वापस दें तो उन्होंने कहा कि कह दिया होगा, लेकिन क्या जरूरी है दर्जा वापस देना।