खुदा का खौफ होना चाहिए, अब जीरो से भी नीचे जाओगे; पाक प्रोफेसर ने अपने ही देश को लताड़ा
पाकिस्तान के ही प्रोफेसर इश्तियाक अहमद ने उसकी पोल खोली है और खूब लताड़ा है। उन्होंने कहा कि आखिर यह कैसा संयोग है कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने भारत और हिंदुओं के खिलाफ नफऱत का इजहार किया और फिर इस तरह का हमला हो गया, जिसमें बेगुनाह लोग मारे गए।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से हलचल तेज है। भारत ने सिंधु जल समझौते को रोक दिया है। पाकिस्तान के लोगों के लिए वीजा पर पाबंदी है तो वहीं दूतावास का स्टाफ भी कम किया जा रहा है। अटारी सीमा से आवाजाही पूरी तरह बंद की जाएगी। कयास यह भी हैं कि भारत कोई सैन्य ऐक्शन भी ले सकता है। इस बीच पाकिस्तान का कहना है कि उसका इस घटना से लेना-देना नहीं है। लेकिन पाकिस्तान के ही प्रोफेसर इश्तियाक अहमद ने उसकी पोल खोली है और खूब लताड़ा है। उन्होंने कहा कि आखिर यह कैसा संयोग है कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने भारत और हिंदुओं के खिलाफ नफऱत का इजहार किया और फिर इस तरह का हमला हो गया, जिसमें बेगुनाह लोग मारे गए।
इश्तियाक अहमद ने खूब लताड़ते हुए कहा कि आखिर पाकिस्तान के आर्मी चीफ को यह कहने की क्या जरूरत थी कि हम हिंदुओं से अलग हैं। उन्होंने टू नेशन थ्योरी पर ऐसे वक्त में जोर दिया, जब पाकिस्तान के अंदर ही बवाल है। उससे ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया। उन्होंने कहा कि ये भारत और हिंदुओं से खुद को अलग बताते हैं, लेकिन चीन से क्या रिश्ता है। उन्होंने कहा, 'चीन क्या हमारा मामा लगता है? वे तो नास्तिक हैं। वहां तो इस्लाम को खत्म ही किया जा रहा है। आप वहां पर चुप हैं, लेकिन पाकिस्तान को आपने फिर से मुश्किल में डाल दिया है। हमारे जैसे लोग सोचते हैं कि ट्रेड रूट खुल जाएं और भारत से लेकर और मिडल ईस्ट तक बिजनेस चले।'
'भारत से 4 जंगों में हारे और अपना देश तक हमने तुड़वा लिया'
प्रोफेसर इश्तियाक अहमद ने कहा कि भारत से 4 जंगें हुई हैं और हम कश्मीर तो नहीं ले पाए। उलटे अपना देश ही तुड़वा लिया। इश्तियाक अहमद ने कहा कि सारी दुनिया में फिर से बदनामी होगी। कहा जाएगा कि यह आतंकवाद को समर्थन करने वाला देश है। पाकिस्तान में पूरी पावर सेना प्रमुख के पास है और वह टू नेशन थ्योरी जैसी बात करते हैं। पाकिस्तान गलत चीजें कर रहा है। अब भारतीय जवाब देते हैं या फिर सह लेते हैं, मैं नहीं जानता। इधर पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने ऐसी बातें कहीं कि हम हिंदुओं से अलग हैं और टू नेशन थ्योरी को सही बताया। उसके तुरंत बाद हमला हुआ और वह भी तब, जबकि भारत में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस आए हुए थे। हमले के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी सऊदी अरब थे। अब सऊदी अरब तो हमें भाव ही नहीं देता और वह खुद जम्मू-कश्मीर में निवेश कर रहा है।
शहबाज शरीफ में दम नहीं, सेना के पीछे-पीछे चलते हैं
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने हिंदुओं से खुद को अलग बताने और भारत से नफऱत वाला भाषण इसलिए दिया था ताकि आंतरिक बवाल को टाला जा सके। पाकिस्तान के अंदर ही बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में बवाल है और उससे ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने ऐसा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पीएम शहबाज शरीफ के पास तो लगता है कि कोई ताकत ही नहीं है। सेना की ओर से जो कहा जा रहा है, उसे ही वह आगे बढ़ा देते हैं। प्रोफेसर इश्तियाक अहमद ने कहा कि पाकिस्तान में तो सरकार बनाने में भी खेल हो गया। सेना की मदद से ही शहबाज शरीफ आए हैं और इसलिए आर्मी के आगे झुके रहते हैं। प्रोफेसर ने कहा कि इधर आर्मी चीफ ने बयान दिया और वहां निर्दोष पर्यटकों को मार डाला गया। खुदा का खौफ भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया में पाकिस्तान की क्रेडिबिलिटी पहले ही जीरो है। अब ग्राफ जीरो से भी नीचे जाएगा।