कितनी खतरनाक हैं AMRAAM मिसाइलें, ट्रंप और तुर्की के बीच डील से क्यों खुश हो रहा पाकिस्तान?
अमेरिका और तुर्की के बीच AMRAAM मिसाइलों की डील भारत के लिए टेंशन की बात है। तुर्की पाकिस्तान की खुलकर हिमायत करता रहा है। हाल के तनाव के वक्त भी तुर्की ने पाकिस्तान की मदद की थी।

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को बड़ा सबक सिखाया है। वहीं भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी की कंपनी को लेकर पाकिस्तान और डोनाल्ड ट्रंप के परिवार का ऐंगल भी सामने आ रहा है। दूसरी तरफ पाकिस्तान के कट्टर समर्थक तुर्की के साथ डोनाल्ड ट्रंप की मिसाइल डील भी अमेरिका के डबल गेम की ओर इशारा कर रही हैं। भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान ने जमकर तुर्की के हथियारों का इस्तेमाल किया। वहीं अब अमेरिका ने तुर्की के साथ 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मिसाइल डील की है।
तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया है। ऐसे में खतरनाक AIM-120C-8 एडवांस मीडियम रेंज एयर टु एयर मिसाइल (AMRAAM) और उससे जुड़े लॉजिस्टिक को तुर्की को बेचना भारत की चिंता को बढ़ा सकता है। वहीं पाकिस्तान अमेरिका के इस कदम से बेहद खुश है। जानकारी के मुताबिक तुर्की ने अमेरिका से 53 AMRAAM मिसाइलें और 6 AMRAAM गाइडेंस सिस्टम की मांग की थी।
अमेरिकी विदेश विभाग ने तुर्की को AIM-9X साइडवाइंडर ब्लॉक II मिसाइलें देने को भी मंजूरी दे दीहै। इसकी कीमत 79 मिलियन डॉलर के करीब है। इसके अलावा अमेरिका ने तुर्की को 60 ऑल अब राउंड मिसाइलें और 11 टैक्टिकल गाइडेंस यूनिट और उससे जु़ड़े उपकरण देने का भी ऐलान किया है।
कितनी खतरनाक हैं AMRAAM मिसाइलें?
AMRAAM मिसाइल मध्यम दूरी तक मार करने की मिसाइलें होती हैं जो कि हवा से हवा में ही वार करती हैं। जो मिसाइल अमेरिका तुर्की को देने जा रहा है वह न्यू जनरेशन मिसाइल है। माना जाता है कि इस मिसाइल से आसमान में दबदबा बनाया जा सकता है। ये मिसाइलें खराब मौसम में भी सही निशाना लगाने में सक्षम हैं। इसके अलावा इन मिसाइलों को विमान के जरिए हवा में ले जाकर दागा जा सकता है। अमेरिका की सेना भी इन मिसाइलों का इस्तेमाल करती है।
AMRAAM मिसाइलों का प्रोडक्शन अमेरिकी कंपनी चुना-ह्यूजेस और रेथियॉन करती है। AIM-120C-8 मिसाइल ठोस ईंधन रॉकेट मोटर संचालित होती हैं। इसकी स्पीड 4900 किमी प्रित घंटे तक हो सकती है। पाकिस्तान ने 2019 में भी भारतीय सैन्य अड्डों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। पाकिस्तान ने एफ-16 विमान से AMRAAM मिसाइलें दागी थीं। पाकिस्तान के पास अमेरिका के एफ-16 विमान मौजूद हैं। वहीं अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है तो तुर्की खुलकर पाकिस्तान की मदद करेगा।