सड़क और नाले का निर्माण होने से खत्म होंगी वार्ड-4 की दुश्वारियां
मधुबनी शहर के वार्ड-4 की लगभग 10,000 की आबादी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। सड़कों की जर्जर स्थिति, जलजमाव और नल जल की गंभीर समस्या से स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम...
मधुबनी । मधुबनी शहर के वार्ड-4 की लगभग दस हजार की आबादी आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। यह क्षेत्र पिछले कई वर्षों से सड़क, नाला और जलजमाव जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। स्थानीय लोगों की माने तो इस वार्ड में सड़कों की हालत जर्जर हो चुकी है। कहीं-कहीं तो सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं, जिससे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। यहां के लोग कहते हैं कि इस वार्ड की समस्याओं को देखकर नहीं लगता कि हमलोग शहरी क्षेत्र में रहते हैं। वार्ड-4 के लोगों को सबसे अधिक परेशानी बारिश के मौसम में होती है।
जैसे ही थोड़ी भी बारिश होती है, पूरा इलाका जलमग्न हो जाता है। जलनिकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़कों पर पानी भर जाता है और कीचड़ फैल जाता है। बच्चों का स्कूल जाना, बुजुर्गों और आम लोगों का दैनिक कामकाज बुरी तरह प्रभावित होता है। लंबे समय तक गंदा पानी जमा रहने के कारण बीमारियां भी फैल जाती हैं, जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नालों की सफाई महीनों तक नहीं होती। कई जगह नालों का निर्माण अधूरा पड़ा है। जहां नाला बना भी है वहां ढक्कन नहीं होने के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। नालों में कचरा जमा होने से पानी का बहाव रुक जाता है, जिससे जलजमाव की स्थिति और गंभीर हो जाती है। स्थानीय निवासियों ने कई बार नगर परिषद और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है, लेकिन आज तक केवल आश्वासन ही मिला है। जनप्रतिनिधियों द्वारा चुनाव के समय वादे तो किए जाते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया जाता है। नल जल की समस्या : हर साल गर्मी का मौसम आते ही शहर के लोगों को पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, जलस्तर तेजी से गिरने लगता है। इसका सबसे बड़ा असर चापाकलों पर पड़ता है, जो या तो पूरी तरह सूख जाते हैं या उनमें से बहुत कम पानी निकलता है। यही कारण है कि शहर के कई हिस्सों में पानी की भारी किल्लत देखी जा रही है। शहर के लोग पहले आराम से चापाकल से पानी भर लेते थे, अब वहां लोगों को घंटों इंतजार के बाद भी एक बाल्टी पानी नहीं मिल पा रहा। पानी के लिए सुबह-सुबह लंबी कतारें लग जाती हैं और कई बार लोगों के बीच झगड़े भी हो जाते हैं। इस समस्या का सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर पड़ रहा है। उन्हें दूर-दराज के इलाकों से पानी लाना पड़ता है, जिससे उनके घर के अन्य कामों पर असर पड़ता है। बच्चों और बुजुर्गों की स्थिति भी चिंताजनक है, क्योंकि उन्हें गर्मी में लंबी दूरी तक पानी लाने में परेशानी होती है। पानी की इस गंभीर समस्या का अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। कॉलोनी में निरंतर साफ सफाई नहीं होने से समस्या : कॉलोनीवासियों को इन दिनों गंदगी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में नगर निगम द्वारा नियमित सफाई नहीं कार्रवाई जाती, जिससे सड़कों और गलियों के किनारे कचरा पसरा रहता है। यह कचरा धीरे-धीरे सड़ने लगता है, जिससे दुर्गंध फैलती है और मच्छर, मक्खियों के साथ अन्य कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है। इस स्थिति ने कॉलोनी में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ा दिया है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि नगर निगम द्वारा कचरा उठाने के लिए कोई नियमित व्यवस्था नहीं की गई है। सफाईकर्मी या तो समय पर नहीं आते या फिर कई-कई दिनों तक दिखाई ही नहीं देते। कई गलियों में तो हफ्तों से कचरा पड़ा हुआ है, उसकी सफाई नहीं हो रही। यह समस्या गर्मी और बरसात के मौसम में और भी विकराल हो जाती है, क्योंकि उस समय कचरे से बदबू और कीटाणु अधिक फैलते हैं। कॉलोनी की महिलाओं और बुजुर्गों ने बताया कि दुर्गंध के कारण उन्हें घर से बाहर निकलने में दिक्कत होती है। सुबह और शाम की सैर भी अब दूभर हो गई है। बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है, क्योंकि रास्तों पर फैली गंदगी और फिसलन के कारण गिरने का डर बना रहता है। लोगों का कहना है कि निगम प्रशासन से लेकर प्रतिनिधि तक, समस्याओं के निदान को लेकर सभी से गुहार लगा चुके हैं लेकिन आज तक केवल आश्वासन ही मिला है। लग रहा है कि इस बरसात भी जलजमाव झेलना पड़ेगा।
बोले जिम्मेदार सड़क और नाला निर्माण के लिए टेंडर निकाला जा चुका है। कॉलोनी में जल्द ही सड़क और नाला निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा। नल जल की समस्या को लेकर हर वार्ड में कार्य शुरू किया गया है। लोगों को राहत मिलेगी। जहां तक बात है कॉलोनी की साफ-सफाई की तो हर वार्ड में सफाईकर्मियों की बहाली की जा चुकी है। अगर किसी वार्ड में नियमित रूप से सफाई नहीं हो रही है तो शिकायत करें। उनकी समस्याओं का तुंरत ही समाधान किया जाएगा।
-अरुण राय, मेयर, मधुबनी नगर निगम
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