duck rearer in Andhra Pradesh Tirupati family arrested for keeping woman children कर्ज के बदले महिला और बच्चों को बनाया बंधक, बेटे की मौत के बाद शव चुपचाप दफनाया; मचा हड़कंप, India News in Hindi - Hindustan
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कर्ज के बदले महिला और बच्चों को बनाया बंधक, बेटे की मौत के बाद शव चुपचाप दफनाया; मचा हड़कंप

अनकम्मा ने समय-समय पर अपने बेटे से फोन पर बात करती। वह हर बार उनसे ले जाने की गुहार लगाता और कहता कि उसे बहुत काम करना पड़ता है। आखिरी बार उन्होंने अपने बेटे से 12 अप्रैल को बात की थी।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 24 May 2025 07:24 PM
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कर्ज के बदले महिला और बच्चों को बनाया बंधक, बेटे की मौत के बाद शव चुपचाप दफनाया; मचा हड़कंप

आंध्र प्रदेश के तिरुपति से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बत्तख पालक और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने एक महिला और उसके तीन बच्चों को 25 हजार रुपये के कर्ज के बदले बंधुआ मजदूर बनाकर रखा। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने महिला के एक बेटे को 'जमानत' के रूप में अपने पास रखा और उसकी मौत के बाद शव को तमिलनाडु के कांचीपुरम में दफन कर दिया। उसका दावा था कि बच्चे की मौत जॉन्डिस से हुई।

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पुलिस के अनुसार, पीड़ित यनादी आदिवासी समुदाय से हैं। अनकम्मा, उनके पति चेंचय्या और तीन बच्चों ने तिरुपति में बत्तख पालक के लिए साल भर काम किया। चेंचय्या की मृत्यु के बाद भी मालिक ने अनकम्मा और उनके बच्चों को काम करने के लिए मजबूर किया। वह कहता रहा कि चेंचय्या ने 25,000 रुपये का कर्ज लिया था। इसके बदले अनकम्मा और उनके बच्चों को लंबे समय तक काम करना पड़ता था। जब उन्होंने अधिक मजदूरी की मांग की, तो उसे ठुकरा दिया गया। इसे देखते हुए अनकम्मा ने वहां से जाने की इच्छा जताई। यह सुनकर बत्तख पालक ने 20 हजार रुपये ब्याज सहित कुल 45,000 रुपये की मांग रख दी। उसने कहा कि उसे अपने एक बच्चे को जमानत के रूप में छोड़ना होगा। मजबूरी में अनकम्मा को यह शर्त माननी पड़ी।

पुलिस ने शव को खोदकर निकाला

अनकम्मा ने समय-समय पर अपने बेटे से फोन पर बात करती। वह हर बार उनसे ले जाने की गुहार लगाता और कहता कि उसे बहुत काम करना पड़ता है। आखिरी बार उन्होंने अपने बेटे से 12 अप्रैल को बात की थी। अप्रैल के आखिर में अनकम्मा ने किसी तरह पैसे का इंतजाम कर लिया। उसने बत्तख पालक से संपर्क किया और अपने बेटे को लेने की बात कही। यह सुनकर मालिका आनाकानी करने लगा। पीड़िता ने आदिवासी समुदाय के नेताओं की मदद से स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित की और पूछताछ के दौरान बत्तख पालक ने बताया कि बच्चे की मृत्यु हो चुकी है। उसके शव को कांचीपुरम में दफना गया। पुलिस ने बच्चे के शव को खोदकर निकाला, जहां अनकम्मा जमीन पर बैठकर फूट-फूटकर रोती रही। बत्तख पालक, उसकी पत्नी और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है।