ईंधन ले जा रहा लाइबेरियाई जहाज केरल तट के पास खतरनाक स्तर तक झुका, समुद्र में गिरा सामान
विज्ञप्ति में बताया गया कि तटरक्षक बल संकटग्रस्त मालकवाहक जहाज के पास बचाव कार्यों का समन्वय कर रहा है। जहाज पर सवार चालक दल के 24 सदस्यों में से 9 लोग जीवनरक्षक नौका पर सवार थे। चालक दल के शेष 15 सदस्यों को बचाने के लिए अभियान जारी है।

ईंधन ले जा रहा लाइबेरिया का एक मालवाहक जहाज केरल तट से 38 समुद्री मील दूर खतरनाक स्तर तक झुक गया। इसके कारण जहाज पर रखी सामग्री समुद्र में गिर गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने मालवाहक जहाज के कंटेनरों और तट की ओर बहकर आने वाले तेल को न छुने को कहा है।
रक्षा विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, 184 मीटर लंबा एमएससी एल्सा 3 जहाज शुक्रवार को विड़िण्गम बंदरगाह से कोच्चि के लिए रवाना हुआ। 24 मई को दोपहर करीब एक बजकर 25 मिनट पर जहाज के मालिकाना हक वाली कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया कि यह 26 डिग्री तक झुक गया है और तत्काल सहायता की जरूरत है। विज्ञप्ति में बताया गया कि तटरक्षक बल संकटग्रस्त मालकवाहक जहाज के पास बचाव कार्यों का समन्वय कर रहा है। जहाज पर सवार चालक दल के 24 सदस्यों में से 9 लोग जीवनरक्षक नौका पर सवार थे। चालक दल के शेष 15 सदस्यों को बचाने के लिए अभियान जारी है।
विज्ञप्ति में क्या दी गई जानकारी
विज्ञप्ति में बताया गया, 'भारतीय तटरक्षक विमान ने मालवाहक जहाज के पास अतिरिक्त जीवनरक्षक नौकाएं उतारी हैं, ताकि आगे की निकासी में आसानी हो। मालवाहक जहाज के प्रबंधकों को जहाज के लिए तत्काल बचाव सेवाएं प्रदान करने के निर्देश जारी किए गए हैं।' बचाव अभियान में भाग लेने वाले तटरक्षक जहाजों में से एक पर सवार चालक दल के सदस्यों को चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। जहाज के 24 सदस्यीय चालक दल में रूस का एक, फिलीपीन के 20, यूक्रेन के दो और जॉर्जिया का एक व्यक्ति शामिल है। इससे पहले एसडीएमए के सदस्य सचिव शेखर कुरियाकोस ने संवाददाताओं के साथ साझा किए गए वॉयस नोट में कहा कि समुद्र में खतरनाक सामग्री के गिरने की सूचना तट रक्षक बल से मिली है।