पाकिस्तान की फजीहत के बाद चीन बना हमदर्द, भारत को टेंशन देने के लिए उठाया बड़ा कदम
भारत से पंगा लेकर पाकिस्तान को बुरी तरह मार सहनी पड़ी। वहीं अब पाकिस्तान का सदाबहार दोस्त उसे जे-35 विमान उपलब्ध करवाने जा रहा है। वह डिलिवरी में तेजी लाने की योजना बना चुका है।

भारत से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान अपने सदाबहार दोस्त चीन से उम्मीद लगाए बैठा है। आतंकवादी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाने के बाद चीन भले ही खुलकर पाकिस्तान के समर्थन में ना बोल पाया हो लेकिन वह ऐसा कदम उठाने जा रहा है जो कि साफ तौर पर भारत को टेंशन देने की साजिश नजर आता है। हालांकि भारत की रक्षा तकनीक और वायुसेना अब इतनी उन्नत है कि पाकिस्तान जैसे देश टेंशन देने में नाकामयाब शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स में पाकिस्तान के ही सैन्य अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि चीन पाकिस्तान को जे-35 स्टील्थ फाइटर जेट की डिलिवरी में तेजी लाने का प्रयास कर रहा है।
चीन और पाकिस्तान के बीच पांचवीं पीढ़ी के 40 जे-35 स्टील्थ विमानों की डील हुई है। बताया जा रहा है कि इस साल के आखिरी तक ही पाकिस्तान को पहला सेट मिल सकता है। पाकिस्तान के एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी का दावा है कि अगर पाकिस्तान को ये विमान मिल जाते हैं तो पाकिस्तान की वायुसेना भारत से कम से कम 12 साल आगे हो जाएगी।
पाकिस्तानी वायुसेना के रिटायर्ड अधिकारी एयर कोमोडोर जियाउल हक शम्सी ने कहा कि भारत अगले 12 साल तक पांचवीं जनरेशन का फाइटर जेट नहीं तैनात कर पाएगा। शायद पाकिस्तान के इन नुमाइंदों को खबर नहीं है कि भारत सरकार ने तीनों सेनाओं को 40 हजार करोड़ रुपये की आपातकालीन रक्षा खरीद को मंजूरी दे दी है। ऐसे में पाकिस्तान को अंदाजा भी नहीं है कि भारत उससे निपटने के लिए हर हथियार जुटाने में सक्षम है।
सेनाओं को मिले नए अधिकार के तहत सेनाएं तेजी से रक्षा खरीद कर सकती हैं। एक अनुबंध की सीमा 300 करोड़ होगी। इसमें लंबी दूरी के हथियार, मिसाइलें, स्पाइस-2000 और स्कैल्प जैसे प्रिसिजन गाइडेड बम और अन्य खतरानक हथियार शामिल हैं। इसके तहत 40 दिनों में ही अनुबंध फाइनल होगा और 1 साल के अंदर डिलिवरी भी करनी होगी।
वहीं बात करें चीन के जे-35 फाइटर जेट की तो इसे शेनयांग एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ने बनाया है। चीन ने विदेश में निर्यात के उद्देश्य से ही इसे तैयार किया है। पाकिस्तान की एयरफोर्स ने कहा है कि जल्द ही स्टील्थ प्लैटफॉर्म पाकिस्तानी फौज का हिस्सा होगा। पहले इसकी डिलिवरी दो साल में होने वाली थी। हालांकि भारत के साथ तनाव को देखते हुए चीन भी तड़फड़ा रहा है। ऐसे में वह इसकी डिलिवरी में तेजी लाना चाहता है। भारत के साथ तनाव के बीच पाकिस्तान चीन के जेट जी -10 का इस्तेमाल कर चुका है। इसके अलावा उसने चीन से मिली मिसाइलों का भी इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया था। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान अपने पायलट्स को चीन भेज चुका है ताकि वे जे-35 विमानों को चलाने की ट्रेनिंग ले सकें।