हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करने वाला चीन भी इस उपलब्धि पर भारत की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाया।
फोन में सेना द्वारा विकसित M-Sigma जैसे एप्लिकेशन हैं, जिसे व्हाट्सएप के समकक्ष माना जा रहा है। यह ऐप मैसेजेस, डॉक्यूमेंट्स, तस्वीरों और वीडियो को शेयर करने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित माना जा रहा है।
फिलीपींस के दावों के बावजूद, चीन का दावा है कि यह क्षेत्र विवादित क्षेत्र है। दो अतिरिक्त चीनी तट रक्षक जहाज, सीसीजी 3103 और सीसीजी 3502, भारतीय जहाज को क्षेत्र में नौकायन के दौरान घेरे हुए थे।
चीन में ट्रंप की भगवान बुद्ध जैसी प्रतिमा धड़ल्ले से बिक रही है। बनाने वाले ने इसे बनाने के पीछे की मजेदार वजह भी बताई। कहा कि ट्रंप का व्यक्तित्व इस प्रतिमा के बिल्कुल विपरीत है। यही वजह है कि लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं।
गोंग और उनके पति ने गर्भधारण के लिए आईवीएफ समेत कई ट्रीटमेंट का सहारा लिया। हालांकि, डॉक्टरों ने गोंग को पहले वजन घटाने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी थी।
भारत में स्थित चीनी दूतावास की प्रवक्ता यु जिंग ने इस बारे में जानकारी दी है। यु जिंग ने एक्स अकाउंट पर इसके बारे में जानकारी दी है, जिस पर लोगों ने खुशी जताते हुए कहा कि यह चीन की रिश्तों को सुधारने के लिए एक अच्छी पहल है, जिसका स्वागत होना चाहिए।
चीन तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा हाइड्रोपावर डैम बनाने जा रहा है। इस डैम को लेकर भारत और बांग्लादेश जैसे देशों में हलचल शुरू हो गई हैं। हालांकि चीन ने कहा है कि इस बांध का असर निचले इलाकों पर नहीं पड़ेगा।
यू जिंग ने कहा कि हमारे जलविद्युत विकास के लिए किए गए अध्ययन में पारिस्थितिकीय सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। परियोजना का उद्देश्य निचले क्षेत्रों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न डालना है।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने एक आधिकारिक बयान के हवाले से बताया कि चीन सरकार ने यारलुंग जांग्बो नदी (ब्रह्मपुत्र का तिब्बती नाम) के निचले इलाकों में एक जलविद्युत परियोजना के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
गूगल पर दुनिया भर में 8.5 अरब सर्च किए जाते हैं। भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत तमाम देशों में गूगल इंटरनेट पर सर्चिंग का पर्याय है। इसके बाद भी वह चीन में अस्तित्व नहीं रखता। चीन में गूगल पर पाबंदी है। इसके अलावा गूगल की अन्य सेवाओं पर भी रोक है। गूगल ने सिक्योरिटी की चिंता जताते हुए बैन लगाया था।
China: चीनी सरकार के लिए भ्रष्टाचार सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिनपिंग भ्रष्टाचार के आरोपियों से निपटने के लिए 200 नए हिरासत केंद्रों का निर्माण करवा रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि चीन इन केंद्रों में भ्रष्टाचारियों के नाम पर अपने आलोचकों को यातनाएं देता है।
माओ निंग ने 137 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत वाली योजना का बचाव करते हुए कहा कि चीन ने दशकों तक गहन अध्ययन किया है और सुरक्षा उपाय किए हैं।
भारत की सीमा पर चीन बांध बनाने की तैयारी में है। इस बांध के बनने के बाद पानी के बहाव के साथ-साथ क्षेत्रीय स्थिरता पर भी असर पड़ने की आशंका है। इस बांध से भारत के साथ-साथ बांग्लादेश पर भी असर पड़ेगा।
चीन ने दुनिया के सबसे बड़े हाइड्रोपावर डैम बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। तिब्बत में यारलुंग ज़ंग्बो नदी के निचले इलाकों में बनाए जा रहे इस बांध से सालाना 300 बिलियन किलोवाट प्रति घंटे बिजली उत्पादन होने का अनुमान है। हालांकि भारत और बांग्लादेश के लिए यह खबर चिंताजनक है।
चीन AI-सक्षम हल्के कामिकाज ड्रोन को बड़ै पैमाने पर तैयार कर रहा है। यह कदम न केवल भारत के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करता है, बल्कि अपने अजीज दोस्त पाकिस्तान के जरिए और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में भी सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा सकता है।
चीन ने मंगलवार को कहा कि वह 24 अक्टूबर को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर रूस के कजान में हुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक के दौरान बनी आम सहमति के आधार पर प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने के लिए तैयार है।
विशेष प्रतिनिधियों की बैठक 5 साल के बाद हो रही है। पिछली बैठक 2019 में दिल्ली में हुई थी। भारत-चीन के बीच विवाद को निपटाने के लिए विशेष प्रतिनिधियों के इस तंत्र ने पिछले कुछ वर्षों में 22 बार बैठक की हैं।
आर्ट ऑफ वार में शुन जू लिखते हैं,'प्रतिद्वंद्वी से मुकाबले में जाने से पहले ही एक प्रकार के मानसिक युद्ध की शुरुआत हो जाती है। ऐसे में यदि कोई पक्ष मजबूत रणनीति बनाता है, प्रोपेगेंडा फैलाता है या कूटनीतिक दांवपेच से दूसरे पक्ष को दबाव में ले आता है तो उसके विजयी होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।'
हाल ही में नेपाल ने चीन के साथ बेल्ट एंड रोड समझौते पर साइन किया है। अब नेपाल के पूर्व डिप्टी पीएम रघुबीर महासेठ इसको लेकर भारत को ज्ञान देने लगे हैं।
भारत और चीन में सीमा विवाद को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि विशेष प्रतिनिधइयों की वार्ता और अन्य बैठकों की तैयारी चल रही है। इन बैठकों में दोनों देशों के बीच कुछ सहमति बन सकती है।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत से दूरी बनाते हुए चीन के साथ अपने आर्थिक और कूटनीतिक संबंध मजबूत करने की नीति अपनाई है। लेकिन उनके इस कदम से नेपाल पर चीन के बढ़ते कर्ज का बोझ चिंता का विषय बनता जा रहा है।
जमात-ए-इस्लामी समेत कई कट्टरपंथी धड़े भी सरकार का हिस्सा बन गए हैं और हिंदुओं के खिलाफ वहां हिंसा का दौर लगातार जारी है। इसके चलते भी भारत के साथ बांग्लादेश के रिश्तों में खटास पैदा हुई है। इस बीच दोनों देशों के बीच पैदा हुई फॉल्टलाइन का फायदा उठाने में चीन जुट गया है।
एक तरफ चीन एलएसी पर से सैनिकों की वापसी के बाद भारत से दोस्ती चाहता है, मगर दूसरी तरफ भारत विरोधी बांग्लादेशी कट्टरपंथियों के साथ याराना निभा रहा है।
चीन की सेना के प्रमुख जनरल झांग योशिया बुधवार को इस्लामाबाद पहुंच गए। उनके साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी है। जनरल झांग की पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर से बातचीत हुई। इस दौरान चीनी नागरिकों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया गया और चीन ने पूछा कि कैसे इनकी सिक्योरिटी तय होगी।
भारत और चीन की सेनाओं ने पिछले महीने डेमचोक और डेपसांग में अंतिम दो विवादित क्षेत्रों में सैनिकों की वापसी प्रक्रिया पूरी की। करीब साढ़े चार साल बाद इन क्षेत्रों में दोनों पक्षों ने नियमित गश्त फिर से शुरू की है।
सऊदी अरब और ईरान जैसे परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों को एक मंच पर ला चुके चीन ने एक बार फिर से समिट का आयोजन किया। मंगलवार को हुए इस कार्यक्रम में चीन के उप-विदेश मंत्री डेंग ली शामिल थे। इसके अलावा सऊदी उप-विदेश मंत्री वलीद-बिन अब्दुल करीम और उनके ईरानी समकक्ष माजिद तख्त रावांची थे।
PM Modi Guyana Visit: पीएम मोदी राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर गुयाना की यात्रा पर आए हैं और वह 21 नवंबर तक यहां रहेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार गुयाना में भारतीय मूल के लगभग 3,20,000 लोग हैं।
भारत, अमेरिका और चीन के रिश्तों को लेकर आई ताजा रिपोर्ट में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका के दबाव की वजह से चीन भारत के साथ अचानक अपने संबंध ठीक करने में जुटा है।
कोविड महामारी के कारण 2020 में भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें बंद कर दी गई थीं, जो अब तक बहाल नहीं हुई हैं। उसी साल कैलाश मानसरोवर यात्रा भी रोक दी गई थी।
ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में G-20 सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान कई अहम पहलुओं को लेकर चर्चा हुई है।