विदर्भ के दूसरे शहर से शुरू हुई हवाई सेवा, दोनों डिप्टी CM संग देवेन्द्र फडणवीस ने भरी पहली उड़ान
पश्चिमी विदर्भ के अमरावती से व्यावसायिक उड़ान शुरू होने के मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अमरावती में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े पायलट प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की भी घोषणा की।

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार महाराष्ट्र के अमरावती ने देश के विमानन मानचित्र पर अपनी जगह बना ली है। पश्चिमी विदर्भ के संभागीय मुख्यालय यानी अमरावती में बुधवार को पहली वाणिज्यिक उड़ान की लैंडिंग हुई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एलायंस एयर द्वारा संचालित इस ऐतिहासिक उड़ान में सवार होकर वहां पहुंचे। उनका विमान आज सुबह नवनिर्मित अमरावती हवाई अड्डे पर उतरा। इससे अमरावती नागपुर के बाद विदर्भ क्षेत्र का ऐसा दूसरा शहर बन गया, जहां से वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन शुरू हो गया है।
बेलोरा में स्थित अमरावती हवाई अड्डे को मूल रूप से 1992 में लोक निर्माण विभाग द्वारा विकसित किया गया था, लेकिन आम जनता के उपयोग के लिए यह बंद था। महाराष्ट्र हवाई अड्डा विकास कंपनी (MADC) ने बाद में नागरिक विमानन महानिदेशालय की लाइसेंसिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए रनवे विस्तार और आधुनिकीकरण सहित कई काम काम किया।
दक्षिण एशिया के सबसे बड़े पायलट प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना
अमरावती से व्यावसायिक उड़ान शुरू होने के मौके पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री फडणवीस ने अमरावती में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े पायलट प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने कहा, "सरकार यहां सबसे बड़ा पायलट प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने जा रही है, जिसमें 34 प्रशिक्षण विमानों के बेड़े का उपयोग करके सालाना 180 पायलटों को प्रशिक्षित करने की क्षमता है।" मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इससे न केवल विमानन प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय रोजगार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
विमानन अब क्षेत्रीय विकास की कुंजी
उन्होंने कहा कि फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (FTO) और चालू हवाई अड्डा अमरावती को एक नई पहचान देगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और औद्योगिक संभावनाएं मजबूत होंगी। फडणवीस ने कहा, "हवाई अड्डे अब केवल अमीरों के लिए नहीं हैं। उद्यमी व्यवसाय स्थापित करते समय हवाई संपर्क वाले स्थानों की तलाश करते हैं। विमानन अब क्षेत्रीय विकास की कुंजी है।" सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में फडणवीस ने लिखा, "मुंबई से अमरावती के लिए उड़ान भरी! अमरावती हवाई अड्डे के आज चालू होने का यह एक ऐतिहासिक दिन है! क्षेत्रीय संपर्क अब एक वास्तविकता है, जो विकास, अवसर और परिवर्तन के नए क्षितिज खोल रहा है!"
दोनों उप मुख्यमंत्री भी मौजूद
उद्घाटन उड़ान में मुख्यमंत्री फडणवीस के साथ उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार, केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल और महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और गिरीश महाजन भी थे। उनके अलावा मौके पर कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। इस हवाई मार्ग का शुभारंभ भारत सरकार की उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत हुआ है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ाना और हवाई यात्रा को और अधिक सुलभ बनाना है।
राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस हवाई अड्डे से क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, व्यावसायिक यात्रा सुविधाजनक होगी और विदर्भ क्षेत्र में अधिक निवेश आकर्षित हो सकेगा। शहर से अपने व्यक्तिगत जुड़ाव का उल्लेख करते हुए फडणवीस ने कहा, "अमरावती मुझ पर कर्जदार है, क्योंकि मेरी मां यहीं से हैं। जब भी अमरावती में कुछ अच्छा होता है, तो उन्हें सबसे ज्यादा खुश होती है और उससे मुझे भी खुशी मिलती है।" उन्होंने उड़ान योजना के तहत हवाई अड्डे को चालू करने में उनके समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, "मैं आभारी हूं कि केंद्र सरकार ने इस पहल के तहत अमरावती के लिए पहली वाणिज्यिक उड़ान प्रदान की है।" नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने भी भारत के विमानन क्षेत्र में तेजी से हो रही वृद्धि पर प्रकाश डाला। उन्होंने दावा किया, "2014 में भारत में केवल 74 हवाई अड्डे चालू थे। पिछले दशक में एनडीए सरकार के तहत 86 नए हवाई अड्डे जोड़े गए हैं।"