एक बार तो CM की पत्नी को..., तब छिन गई थी मंत्री की कुर्सी; विजय शाह का 'काला इतिहास'
कर्नल सोफिया को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद मंत्री विजय शाह का काला इतिहास खुलना शुरू हो गया है। इससे पहले दो और घटनाएं हो चुकी हैं, जब मंत्री विजय शाह का महिला विरोधी चेहरा उजागर हो चुका है।

विजय शाह मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री हैं। बीते दिनों 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर जानकारी देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी पर अभद्र टिप्पणी की थी। विजय शाह ने कर्नल सोफिया को आतंकियों की बहन बता दिया था। यह पहली बार नहीं था, जब बीजेपी के मंत्री विजय शाह का महिला विरोधी व्यवहार सामने आया। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर अभद्र टिप्पणी को लेकर भी विवादों में रहे हैं। इसकी उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। विद्या बालन को डिनर पर आमंत्रित करने को लेकर भी विजय शाह विवादों में रहे थे। आइए एक-एक कर जानते हैं बीजेपी विधायक विजय शाह का कलंकित इतिहास...
तत्कालीन CM शिवराज सिं चौहान की पत्नी पर अभद्र टिप्पणी
साल 2013 था। उस साल झाबुआ जिले में एक मंच पर बोलते हुए विजय शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी को लेकर अभद्र टिप्पणी कर दी थी। विजय शाह के उस बयान के बाद मध्य प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ गया था। तब विजय शाह को उसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। शिवराज सिंह सरकार से विजय शाह को मंत्री पद छोड़ना पड़ गया था।
विद्या बालन के साथ 'डिनर विवाद'
शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के ठीक सात साल बाद बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन अपनी एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में मध्य प्रदेश पहुंचीं। यहां फिल्म शूटिंग के दौरान उनके पास विजय शाह ने साथ डिनर करने का ऑफर भेजा। विद्या बालन ने विजय शाह के साथ डिनर करने से इनकार कर दिया। विद्या बालन का इनका विजय शाह को इतना नागवार गुजरा कि शाह ने उनकी फिल्म की शूटिंग रुकवा दी। अगले दिन जब उनके फिल्म क्रू की गाड़ियां शूटिंग के लिए जा रही थीं तो उन्हें रोक लिया गया था।
कर्नल सोफिया कुरैशी को बता दिया आतंकियों को बहन
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जमकर हमला किया। इस दौरान कई आतंकियों की मौत हुई। आतंकियों के खात्मे के के लिए चलाए गए इस मिशन को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जब जानकारी देने की बारी आई तो सेना की तरफ से कर्नल सोफिया के साथ और महिला और पुरुष अधिकारी को भेजा गया। इंदौर में एक मंच पर बोलते हुए विजय शाह ने कर्नल सोफिया को आतंकियों की बहन बता दिया। इस मामले पर जबलपुर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया और विजय शाह पर एफआईआर करने का आदेश दिया। एफआईआर हुई तो विजय शाह ने सु्प्रीम कोर्ट की शरण ली। सुप्रीम कोर्ट ने भी विजय शाह को फटकार लगाई।
इस तरह पिछली तीन घटनाएं ऐसी रहीं जो बताती हैं कि महिलाओं को लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री विजय शाह की सोच कैसी है। इन तीनों ही घटनाओं में विजय शाह ने महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश की है। इसलिए कहा जा रहा है कि विजय शाह को मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।