रिश्ते की गर्माहट को बरकरार रखने में कारगर हैं ये तरीके, प्यार कभी नहीं होगा कम

  • रिश्ते की परेशानियां अपने-आप नहीं खत्म होतीं। धूमिल पड़ते प्यार को फिर से जगाने के लिए कोशिशें करनी पड़ती हैं। इन कोशिशों में मददगार साबित हो सकती हैं कपल्स थेरेपी की कुछ गतिविधियां। कौन-सी गतिविधियां आपके प्यार को कम नहीं होने देंगी, बता रही हैं शमीम खान

Avantika Jain लाइव हिन्दुस्तानSat, 7 Sep 2024 12:34 PM
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रिश्ते या शादी के बाद शुरुआत में तो जोड़ों का आपसी रिश्ता अमूमन मजबूत ही होता है। दोनों को साथ वक्त गुजारना अच्छा लगता है और भावनात्मक जुड़ाव भी बहुत मजबूत होता है। पर, वक्त गुजरने के साथ जीवन की आपाधापी और तनाव के कारण न सिर्फ आपसी दूरियां बढ़ने लगती हैं बल्कि भावनात्मक लगाव भी कम होने लगता है।

ऐसे में आपसी तनाव के आंच से रिश्ते की खूबसूरती बिगाड़ने से बेहतर है कि रिलेशनशिप काउंसलर की मदद ली जाए। कई दफा किसी तीसरे व्यक्ति की राय या सुझाव जोड़ों की आपसी समस्या और तनाव को दूर करने का रास्ता तलाशने में ज्यादा प्रभावी साबित होती है। ये एक्सपर्ट एक साथ रिश्ते से जुड़ी आप दोनों की बातें सुनेंगे और फिर अपनी राय, सुझाव व बातचीत के माध्यम से समस्या का समाधान तलाशने में आपकी मदद करेंगे। विभिन्न शोधों में यह बात सामने आई है कि कपल्स थेरेपी से 70 प्रतिशत जोड़ों को सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। आप अपने रिश्ते को मजबूत करना चाहती हैं या रिश्ते में आ रही चुनौतियों को समय रहते दूर करना चाहती हैं तो इसमें कपल्स थेरेपी कारगर साबित हो सकती है।

काम, जिम्मेदारियों और बच्चों के बीच पति-पत्नी को अपने बीच के संबंधों को मजबूत बनाए रखने के लिए कुछ चीजें नियमित रूप से करनी चाहिए। विशेषज्ञों की भाषा में इसे रिचुअल्स ऑफ कनेक्शन (संबंधों के अनुष्ठान) कहते हैं, जो आप हर दिन, हर सप्ताह, हर महीने या साल में एक बार कर सकती हैं। साथ जितना लंबा होता है, उसे खुशनुमा बनाने के लिए कोशिशें भी उतनी ही ज्यादा करनी होती हैं। कौन-सी गतिविधियां रिश्ते की गर्माहट को बरकरार रखने में मदद करेंगी, आइए जानें:

अब भी जाइए डेट पर

शादी और परिवार के बाद जीवन की आपाधापी इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि अपने जीवनसाथी के साथ ही कहीं अकेले घूमने जाने का खयाल तक मन में नहीं आता। साथी के साथ खास वक्त न मिल पाने का असर आपसी रिश्ते पर पड़ता है और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायतों की ढेर बढ़ती चली जाती है। थेरेपी के रूप में आप साथी के साथ सप्ताह या महीने में एक बार अपने पसंदीदा कॉफी शॉप या फिर रेस्टोरेंट जाने का लक्ष्य तय कर सकती हैं। इस दौरान आप दोनों एक-दूसरे के साथ अकेले में विभिन्न चीजों पर चर्चा कर सकती हैं और भविष्य की योजनाएं बना सकती हैं।

कीजिए एक-दूसरे की सराहना

पति-पत्नी सुबह से शाम तक एक-दूसरे की और परिवार र्की ंजदगी को बेहतर और आसान बनाने के लिए बहुत से काम करते हैं, पर इन कामों के लिए न तो कोई उनकी सराहना करता है और ना ही शुक्रिया अदा करता है। आप यह गलती न करें। दिल खोलकर साथी की सराहना और तारीफ करें। इससे न सिर्फ साथी का आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि रिश्ता भी मजबूत होता है। विभिन्न शोधों में यह बात सामने आई है कि पार्टनर का आभार जताने से साथी में सकारात्मकता का स्तर और आत्मविश्वास बढ़ता है।

साथी को सुनें भी

अगर आपका पार्टनर किसी परेशानी से जूझ रहा है तो उसे और उसकी बातों को सुनने के लिए वक्त निकालें। हमेशा नजरें मिलाकर बात करें। उसे अपनी पूरी बात कहने का मौका दें, बीच में अपना एजेंडा न घुसाएं। प्रतिक्रिया देने में भी जल्दबाजी न करें। उसकी बात ध्यान से सुनें। अगर आप सक्रिय रूप से साथी की बातें सुनेंगी तो सामने वाले को इससे भावनात्मक संबल मिलेगा। जब आप अपने पार्टनर की बात ध्यान से सुनेंगी तो वह खुद को सुरक्षित और महत्वपूर्ण महसूस करेगा। अगर आप अपने पार्टनर की बात ध्यान से नहीं सुनेंगी तो उसे ऐसा लगेगा आप उसकी उपेक्षा कर रहे हैं। किसी भी रिश्ते की बेहतरी के लिए दोनों को यह महसूस होना बहुत जरूरी है कि हमारा पार्टनर सुख-दुख और हर मुश्किल घड़ी में हमारे साथ मजबूती से खड़ा है।

अनदेखा न करें इसे भी

रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए शारीरिक संपर्क बहुत महत्वपूर्ण होता है। अपने पार्टनर के साथ आत्मीयता दिखाना, उसे गले लगाना, हाथ पकड़ना और शारीरिक संबंध बनाना रिश्ते को मजबूत और गहरा बनाता है। दिन में सिर्फ 15 मिनट एक-दूसरे के साथ वक्त बिताना आपके साथी को खुशी देगा और आपको उसके करीब आने का मौका। शारीरिक अंतरंगता के अभ्यास से रिश्तों में मधुरता आती है और व्यस्तता भरी जीवनशैली में मानसिक शांति भी प्राप्त होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया में हुए एक शोध के अनुसार, जब कोई महिला अपने पति का हाथ पकड़ती है तो इसका उसके दिमाग पर वैसा ही शांत प्रभाव होता है, जैसा किसी दर्द निवारक दवा खाने से होता है।

मौज-मस्ती भी है जरूरी

जैसे-जैसे उम्र और जिम्मेदारियां बढ़ती हैं वैसे-वैर्से जिंदगी में बोरियत और तनाव बढ़ने लगता है। ऐसे में कपल नए खुले रेस्टोरेंट में खाना खाने या आउटडोर ट्रिप्स पर जाना कम करते जाते हंै। पर, रिश्ते को तरोताजा बनाए रखने के लिए महीने में एक बार ऐसा कोई प्रोग्राम जरूर बनाएं। आप कैंडल लाइट डिनर भी प्लान कर सकती हैं। जब भी ऐसी कोई योजना बनाएं तो साथी के साथ अपनी तसवीर जरूर लें। खाली वक्त में यादों के पन्ने पलटना आपको सुखद अनुभूतियों से भर देगा।

(डॉ. राहुल राय कक्कड़, कंसल्टेंट साइकोलॉजी एंड क्लीनिकल साइकोलॉजी, नारायणा हॉस्पिटल, गुरूग्राम से बातचीत पर आधारित)

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