इनोवेटिव आइडिया: नहीं गिरेगा पतीले से उबलता दूध, जैविक रस से भागेंगे मच्छर, देखें छात्रों के मॉडल
जिला स्कूल मैदान में गुरुवार को इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम के तहत दो दिनी जिला स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता के पहले दिन दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के रांची और...
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जिला स्कूल मैदान में गुरुवार को इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम के तहत दो दिनी जिला स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता के पहले दिन दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के रांची और खूंटी जिले से 146 विद्यार्थी शामिल हुए। विद्यार्थियों ने दैनिक जीवन के उपयोग में हो रही समस्या के आधार पर अपना इनोवेटिव आइडिया पेश किया।
मिल्क सेवर
सरला बिरला स्कूल के छात्र आशुतोष आनंद ने मां की डाट सुनकर एक इनोवेटिव आईडिया खोजा है। उन्होंने दूध के उबल जाने और उसे पतीले से ना गिरने देने की मशीन तैयार की है। मिल्क सेवर मशीन एक ढक्कन है जिसमें लेजर सेंसर लगा है। जो दूध के उबल जाने पर ढक्कन में लगे पंखे को ऑन कर देगा जिससे दूध पतीले के बाहर नहीं गिरेगा और दूध उबल जाने की सूचना देगा। आशुतोष के इस इनोवेशन से एलपीजी गैस की बचत होगी।
जैविक मॉस्क्यूटो किलर
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बुंडु की छात्रा पूजा कुमारी ने मच्छर भगाने का सस्ता और जैविक उपाय सुझाया है। पूजा ने इसके लिए युक्लिप्टस , शरीफा और पपीता के पत्ते का रस तैयार किया है। इन तीनों को मिलाकर जलाने से मच्छर का प्रकोप कम होगा। पूजा ने इसे अपने हॉस्टल में मॉर्टिन के लिक्विडेटर में डालकर मच्छर भगाकर प्रयोग किया है। इसे विशेषज्ञों ने मच्छर भगाने का सस्ता और कारगार तरीका बताया।
काली बिजली
एसएस प्लस टू हाई स्कूल, चिलदाग के छात्र प्रेमनाथ महतो ने ईट भट्ठे की चिमनी में टरबाईन लगाकर बिजली उत्पादन का आईडिया पेश किया। इन्होंने ईंट भट्ठे की ऊष्मा से संग्रह होने वाले भाप के दबाव से बिजली पैदा करने का विकल्प पेश किया। इसके तहत ईंट भट्ठे की चिमनी में लगी टरबाइन यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदल देगी। प्रेमनाथ ने इस मॉडल को वैसे क्षेत्र के लिए सुझाया है, जहां बिजली अभी तक नहीं पहुंच सकी है।
ऑनलाइन एजुकेशन सिस्टम
मॉडल स्कूल बेड़ो के छात्र पंकज कुमार ने स्कूल में शिक्षक की कमी से कोर्स पूरा ना हाने का समाधान सुझाया है। स्कूल में शिक्षक होते हुए उन्हें दूसरे काम में व्यस्त देखकर उन्होंने एक ऑनलाइन सिस्टम तैयार किया है। जिसके तहत शिक्षक कक्षा में ओटीपी के तहत प्रतिदिन कक्षा लेंगे। यह ओटीपी शिक्षा विभाग प्रतिदिन उपलब्ध कराएगा। जिससे शिक्षक कक्षा ले रहे है या नहीं, किस विषय की कितनी पढ़ाई हुई आदि की जानकारी विभाग को मिलेगी।