सरयू राय ने पहले मुख्यमंत्री और इस बार स्वास्थ्य मंत्री को हराया, साफ-सुथरी छवि ने दिलाई दोबारा जीत
- झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार जमशेदपुर पश्चिम सीट पर दिलचस्प मुकाबला हुआ। जदयू प्रत्याशी सरयू राय की जीत की घोषणा के बाद शहर में यह चर्चा का विषय बना रहा कि ईस्ट एंड वेस्ट सरयू राय बेस्ट।
झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार जमशेदपुर पश्चिम सीट पर दिलचस्प मुकाबला हुआ। जदयू प्रत्याशी सरयू राय की जीत की घोषणा के बाद शहर में यह चर्चा का विषय बना रहा कि ईस्ट एंड वेस्ट सरयू राय बेस्ट। सरयू राय ऐसे नेता हैं, जिन्होंने पिछले चुनाव में मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराया और इस बार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को परास्त किया।
साफ-सुथरी छवि ने दिलाई दोबारा जीत
चुनाव से पहले जीत का दावा करने वाले बन्ना गुप्ता को मतों की गिनती शुरू होते ही शुरुआत से लेकर आखिर तक पिछड़ते रहे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस बात का गुमान था कि सरयू राय जदयू से चुनाव लड़ रहे हैं और जदयू का कोई अस्तित्व नहीं है। सिलेंडर चुनाव चिह्न पर जनता उन्हें स्वीकार नहीं करेगी, लेकिन सरयू राय की साफ-सुथरी छवि को मतदाताओं ने सहर्ष स्वीकार किया और उन्हें भरपूर समर्थन दिया।
साल 2019 में मुख्यमंत्री को हराया
2019 के चुनाव में भी 1995 से लगातार भाजपा को जीत मिलने के बाद कहा जा रहा था कि जमशेदपुर पूर्वी में कमल चुनाव चिह्न किसी को भी देने पर वह चुनाव जीत जाएगा, लेकिन इस मिथक को भी सरयू राय ने निर्दलीय प्रत्याशी बनकर तोड़ दिया और लगभग 16 हजार मतों से मुख्यमंत्री रघुवर दास को पराजित किया था। 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर भी जमशेदपुर पूर्वी से भाजपा को जीत नहीं मिल पाई थी। चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से कहा कि वे वहीं है, जहां कमल है। लेकिन, लोगों ने सरयू राय को विधानसभा में भेजना ज्यादा उचित समझा।
इस बार हेमंत सोरेन के मंत्री को हराया
इसी तरह इस बार के चुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हर जगह चुनाव जीतते रहे, लेकिन जमशेदपुर पश्चिम में जदयू प्रत्याशी सरयू राय के सामने हेमंत सरकार की आंधी भी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को नहीं बचा पाई। बन्ना गुप्ता ने 2019 में यहां से जीत हासिल की थी और विधायक बने थे। वहीं, सरयू राय ने भाजपा छोड़कर 2019 का विधानसभा चुनाव जमशेदपुर पूर्वी से लड़ा था और भाजपा नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराया था।