सीजीएल परीक्षा पेपर लीक की जांच एक माह में होगी पूरी
झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक की जांच एक महीने में पूरी होगी। सीआईडी ने तीन आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। कोर्ट ने सरकार को 18 जून तक अनुसंधान की अपडेट...

रांची, विशेष संवाददाता। झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की स्नातक योग्यताधारी (सीजीएल) परीक्षा में पेपर लीक की जांच एक माह में पूरी कर ली जाएगी। सीआईडी इसकी जांच कर रही है। इस मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है। महाधिवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को हाईकोर्ट को ये जानकारी दी। इस पर चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव और जस्टिस राजेश शंकर की अदालत ने सरकार को 18 जून तक अनुसंधान की अपडेट रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। सरकार ने अदालत को बताया कि अब तक के अनुसंधान में पेपर लीक का कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
सरकार की इस दलील का प्रार्थियों ने विरोध किया और इस पर जवाब देने के लिए समय देने का आग्रह किया गया। पूर्व में इस मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने परीक्षाफल प्रकाशन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। सीआईडी ने दो केस किए हैं दर्ज जेएसएससी सीजीएल परीक्षा मामले की जांच सीआईडी कर रही है। सीजीएल परीक्षा-2023 में गड़बड़ी के आरोप में सीआईडी ने दो केस दर्ज किए हैं। पहला केस रांची पुलिस से टेकओवर करने के बाद दर्ज किया गया है, जो रातू थाने में दर्ज हुआ था। जबकि, दूसरा केस झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की शिकायत पर दर्ज किया गया है। इस मामले के अनुसंधान के लिए डीजीपी सह सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने एसआईटी भी गठित की है। क्या है याचिका में याचिका में कहा गया है कि झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023, 28 जनवरी 2024 को हुई थी। लेकिन, प्रश्नपत्र लीक हो गया था। इसके बाद एसआईटी का गठन किया गया और परीक्षा रद्द कर दी गयी। दोबारा 21 सितंबर 2024 एवं 22 सितंबर 2024 को हुई परीक्षा में भी पेपर लीक हो गया।
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