कामडारा के किसानों से केसीसी लोन के नाम पर वसूली
बैंक अधिकारी और एजेंट पर मिलीभगत का आरोप बैंक अधिकारी और एजेंट पर मिलीभगत का आरोप बैंक अधिकारी और एजेंट पर मिलीभगत का आरोप बैंक अधिकारी और एजेंट पर

कामडारा, प्रतिनिधि । प्रखंड क्षेत्र के किसान वर्ग के लोग केसीसी लोन के लिए बैंक से ऋण लेने में भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि पंजाब नेशनल बैंक की कामडारा शाखा में केसीसी लोन के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। कई किसानों ने बताया कि लोन आवेदन करने से पहले बैंक के एक रिकवरी एजेंट को दो हजार रुपये बतौर प्रोसेसिंग फीस देना पड़ता है। यदि यह राशि नहीं दी जाती,तो बैंककर्मी आवेदन पत्र को हाथ तक नहीं लगाते। किसानों का आरोप है कि बैंक के एक अधिकारी,जो सप्ताह में कुछ ही दिन शाखा में उपस्थित रहते हैं।
वह पहले जाम फिर काम के अंदाज में कार्य करते हैं। बैंक अधिकारी और रिकवरी एजेंट मिलकर तय करते हैं कि किसका लोन पास होगा। जो किसान कथित रूप से कमीशन देने को तैयार रहते हैं,उनका काम जल्दी होता है। जबकि बाकी को तकनीकी कमियों का हवाला देकर टाल दिया जाता है। जब तक एजेंट को निर्धारित राशि मिलने की पुष्टि नहीं होती, लोन स्वीकृति असंभव मानी जाती है। इस कथित मिलीभगत से प्रखंड क्षेत्र के किसान वर्ग में भारी नाराजगी है। इस संबंध में जब शाखा प्रबंधक जीदन प्रकाश बारला से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां बैंक के भीतर नहीं होती हैं। यदि बाहर कोई अवैध वसूली करता है,तो इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों से राशि ली गई है,वे यदि लिखित शिकायत करें, तो जांच के बाद निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। उधर किसानों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए वरीय अधिकारियों से हस्तक्षेप की अपील की है।
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