तीखी बहस के 3 दिन बाद जेलेंस्की पड़े नरम, नोकझोंक पर जताया खेद; ट्रंप से रिश्तों पर भी बोले
- वाइट हाउस में तीखी बहस के तीन दिन बाद जेलेंस्की नरम पड़ गए हैं। उन्होंने नोंक-झोंक पर अफसोस जताते हुए कहा कि वे ट्रंप संग रिश्ते सुधारना चाहते हैं। लक्ष्य यूक्रेन की शांति है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ वाइट हाउस में मीडिया के सामने हुए टकराव के कुछ ही दिनों बाद, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की नरम पड़ गए हैं। आज उन्होंने कहा कि वह ट्रंप के साथ रिश्ते सुधारना चाहते हैं और उनके "मजबूत नेतृत्व" में काम करके यूक्रेन में स्थायी शांति स्थापित करना चाहते हैं। जेलेंस्की का यह बयान तब आया है, जब कुछ घंटे पहले अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध में दी जा रही सैन्य सहायता पूरी तरह से रोक दी है। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने बयान में कहा कि यूक्रेन के पास लड़ने के लिए सैनिक ही नहीं बचे हैं, इसलिए वे अपनी सैन्य सहायता रोक रहे हैं।
मंगलवार को जेलेंस्की ने X पर लिखा, "वाशिंगटन में वाइट हाउस में शुक्रवार को हुई हमारी बैठक वैसी नहीं रही जैसी होनी चाहिए थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा हुआ।" उन्होंने आगे कहा, "अब चीजों को सही करने का समय है। हम चाहते हैं कि भविष्य में सहयोग और संवाद रचनात्मक हो।"
यूक्रेन पर ट्रंप का कड़ा रुख
जेलेंस्की के साथ तनावपूर्ण बैठक के कुछ ही दिनों बाद, ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोकने का आदेश दिया। यह कदम कीव पर रूस के साथ शांति वार्ता के लिए दबाव बनाने के मकसद से उठाया गया है। कीव के अधिकारियों ने अमेरिका के समर्थन के लिए आभार जताते हुए कहा कि वे वाशिंगटन के साथ सहयोग जारी रखना चाहते हैं।
हालांकि, यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों को चिंता है कि ट्रंप एक त्वरित युद्धविराम की ओर बढ़ सकते हैं, जिससे रूस को लाभ मिलेगा। कीव का कहना है कि रूस पर युद्धविराम समझौतों का पालन नहीं करने का इतिहास रहा है, इसलिए यह कदम यूक्रेन के लिए खतरा बन सकता है।
यूक्रेन की प्रतिबद्धता पर हो रही समीक्षा
वाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका अपनी सैन्य सहायता को 'रोककर' इसकी समीक्षा कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह मदद शांति प्रक्रिया में योगदान दे रही है। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "सहायता तब तक निलंबित रहेगी जब तक राष्ट्रपति ट्रंप यह तय नहीं कर लेते कि यूक्रेन शांति वार्ता के लिए गंभीर रूप से प्रतिबद्ध है।"
युद्ध के मैदान पर प्रभाव
अमेरिकी सहायता रोकने का तात्कालिक असर युद्ध के मैदान पर नहीं पड़ेगा। यूक्रेनी सेना ने 1000 किलोमीटर (600 मील) लंबे फ्रंटलाइन पर रूसी हमलों को धीमा कर दिया है, खासतौर पर डोनेत्स्क क्षेत्र में, जो कीव से 700 किलोमीटर (400 मील) पूर्व में स्थित है। दूसरी ओर रूस को इस हमले में भारी जनहानि और सैन्य उपकरणों का नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन उसे कोई बड़ी रणनीतिक सफलता नहीं मिली है।
यूक्रेन को विदेशी मदद रोकने का डर
24 फरवरी 2022 से रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण का सामना कर रहा यूक्रेन विदेशी मदद पर अत्यधिक निर्भर है। ट्रंप के सत्ता में आने के बाद यूक्रेन को यह डर था कि एक दिन अमेरिका की सैन्य सहायता बंद हो सकती है। यूक्रेन की यह चिंता अब सच साबित हुई है। यूक्रेन की सुरक्षा के लिए अमेरिकी पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम और अमेरिकी खुफिया जानकारी बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। ये रूसी सेना की गतिविधियों पर नजर रखने और उनके सैन्य ठिकानों को चुनने में मदद करती हैं।
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