ट्रंप पिछले कुछ समय से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए जेलेंस्की को ही जिम्मेदार ठहराया और उन्हें तानाशाह तक करार दिया है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम के लिए रूस को यूरोप में फ्रीज की गई 300 अरब डॉलर की संपत्ति यूक्रेन में पुनर्निर्माण में खर्च करनी पड़ सकती है। युद्ध शुरू होने के बाद यह पैसा यूरोप में फ्रीज कर दिया गया था।
ट्रंप ने दावा किया था कि यूक्रेन का नेतृत्व एक ‘तानाशाह’ कर रहा है जिसने रूस के साथ युद्ध शुरू किया। इसके बाद यूक्रेनी लोग जेलेंस्की के प्रति समर्थन जता रहे हैं।
Russia ukraine war: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच में खटास बढ़ती जा रही है। इसी बीच अमेरिका में बैठे यूक्रेन के समर्थकों ने जेलेंस्की को सलाह दी है कि अगर उन्हें ट्रंप को मनाना है तो उन्हें अमेरिका के साथ खनिज संसाधनों वाली डील कर लेना चाहिए।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने जेलेंस्की पर हमला बोला और उन्हें तानाशाह करार दिया। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की की लोकप्रियता केवल 4% है।
Musk sharp attack on Zelensky: डोनाल्ड ट्रंप के बाद उनके सहयोगी और अरबपति एलन मस्क ने भी जेलेंस्की पर हमला बोला है। 2022 में जेलेंस्की और उनकी पत्नी द्वारा कराए गए फोटोशूट की तस्वीरें शेयर करते हुए उनकी आलोचना की।
एक तरफ पुतिन यूक्रेन जीतने का सपना देख रहे हैं, दूसरी तरफ युद्ध के मैदान में उनके लिए अच्छी खबर नहीं है। रूसी जनरल ने दावा किया कि उनकी सेना ने अभी तक कुर्स्क क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं पाया है।
सऊदी अरब में शांति वार्ता के दौरान पुतिन और ट्रंप ने आपस में बात की। इस बैठक में न जेलेंस्की को बुलाया और न यूरोपीय संघ को। अब चर्चा है कि रूस यूक्रेन में चुनाव की डिमांड से सत्ता पलटना चाहता है। ट्रंप और पुतिन में क्या खिचड़ी पक रही है?
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की ने खुद माना है कि अमेरिका से मिली आर्थिक मदद का आधा हिस्सा गायब हो गया है। उन्होंने जेलेंस्की पर चुनाव न कराने का आरोप भी लगाया।
यूक्रेन ने रूस के लगभग अभेद्य एस 350 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। रूस के इस पॉवरफुल हथियार के नष्ट हो जाने से भारत और चीन चिंता में आ सकते हैं। जानिए क्यों और कैसे?