बदल जाए iPhone की आवाज, तो जेब पर पड़ सकता है भारी; ऐप्पल ने बताई वजह
अगर आप भी iPhone यूज कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए हैं। क्या आपको पता है कि अगर आप आईफोन की आवाज चेंज हो जाती है, तो यह आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। जानिए वजह
अगर आप भी iPhone यूज कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए हैं। क्या आपको पता है कि अगर आप आईफोन की आवाज चेंज हो जाती है, तो यह आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह एक प्रकार का संकेत हो सकता है कि आपके आईफोन की बैटरी गंभीर रूप से खराब हो गई है। अगर आपके आईफोन में भी बैटरी से संबंधित कोई समस्या हो रही है, तो इसे नई बैटरी से बदलना सबसे सही उपाय है, हालांकि यह काम थोड़ा खर्चीला जरूर है।
दरअसल, ज्यादातर रिचार्जेबल इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम - जैसे की आपका आईफोन - लिथियम आयन बैटरी पर काम करते हैं। ये बैटरियां समय के साथ खराब हो जाती हैं, और नई की तुलना में यह धीरे-धीरे कम चार्ज होना शुरू हो जाती है।
आपके iPhone को पुरानी या खराब बैटरी के कारण अचानक बंद होने से रोकने के लिए, iOS कभी-कभी परफॉर्मेंस को कम कर देगा। इससे आप अपने iPhone को बंद किए बिना उसे यूज करना जारी रख सकते हैं।
ऐप्पल ने बताया, “आईफोन का परफॉर्मेंस मैनेजमेंट डिवाइस के टेम्परेचर, बैटरी का चार्ज स्टेटस और बैटरी इम्पीडेंस के कॉम्बीनेशन को देखकर काम करता है। अगर जरूरत पड़ती है तो, अचानक शटडाउन को रोकने के लिए, iOS कुछ सिस्टम कंपोनेंट्स जैसे कि सीपीयू और जीपीयू, के मैक्सिमम परफॉर्मेंस को डायनामिकली मैनेज करेगा। जिसके कारण, डिवाइस का वर्कलोड खुद बैलेंस हो जाएगा, जिससे एक ही बार में ज्यादा और तेज परफॉर्मेंस के बजाय सिस्टम का काम आराम से डिस्ट्रीब्यूट हो सकेगा।”
इन क्लू से पहचाने बैटरी खराब है क्या?
यदि आपका डिवाइस बहुत गर्म या ठंडा नहीं है, तो हो सकता है कि इसका कारण आपकी बैटरी हो। स्पीकर की आवाज में कमी, एक संकेत हो सकता है कि परफॉर्मेंस मैनेजमेंट एक्टिव है, लेकिन यह सब कुछ नहीं है, क्योंकि और भी संकेत हैं, जिनपर आपको ध्यान देना चाहिए। नीचें देखें लिस्ट:
- ऐप लॉन्च होने में ज्यादा समय लगता।
- स्क्रॉल करते समय लो फ्रेम-रेट महसूस होना।
- बैकलाइट डिमिंग (आप इसे कंट्रोल सेंटर में ओवरराइड कर सकते हैं)।
- स्पीकर की आवाज कम (-3dB तक) होना।
- कुछ ऐप्स में धीरे-धीरे फ्रेम रेट में कमी आना।
- कैमरा फ्लैश डिसेबल हो जाना।
- इसके अलावा, बैकग्राउंड में रिफ्रेश होने वाले ऐप्स को लॉन्च करते समय दोबारा रिलोड होना।
आप खुद चेक कर सकते हैं बैटरी हेल्थ
अच्छी बात यह है कि यह चेक करना बहुत आसान है कि आपकी बैटरी कितनी खराब हो गई है। इसके लिए बस सेटिंग्स में जाएं, फिर बैटरी पर टैप करें और फिर बैटरी हेल्थ में जाएं। यहां आप इसकी पीक परफॉर्मेंस कैपेबिलिटी के साथ-साथ नई की तुलना में इसकी मैक्सिमम कैपेसिटी के बारे में डिटेल देख पाएंगे। अगर यह पेज चेतावनी देता है कि आपकी बैटरी खराब हो गई है, तो तुरंत बैटरी बदलें।
इसे आमतौर पर ऐप्पल के लिए $100/£100 (करीब 10 हजार रुपये) से कम में खरीदा जा सकता है, लेकिन कीमत आपके मॉडल पर निर्भर करेगी।
यदि आप बैटरी बदल लेते हैं, तो इससे न केवल परफॉर्मेंस इश्यू ठीक हो जाएगा, बल्कि आपको हर चार्ज पर लंबी बैटरी लाइफ भी मिलेगी। इसलिए यदि आपके पास कुछ समय से एक ही iPhone है, तो नया आईफोन खरीदने की बजाए, बैटरी रिप्लेसमेंट एक सस्ता तरीका है।
समय के साथ बैटरियाँ खराब क्यों होती जाती हैं? चलिए बताते हैं...
- दरअसल, ज्यादातर गैजेट लिथियम-आयन बैटरी पर चलते हैं।
- समय के साथ, इस प्रकार की बैटरी की चार्ज रहने की क्षमता कम हो जाती है।
- इसका मतलब है कि आपको अपने डिवाइस को बार-बार चार्ज करना होगा क्योंकि बैटरी कम चार्ज रख पाती है।
- बैटरियों में दो इलेक्ट्रोड पॉइंट होते हैं - कैथोड और एनोड।
- बैटरी को चार्ज करने के लिए, बैटरी के अंदर के आयन्स को कैथोड से एनोड तक जाने के लिए मजबूर किया जाता है।
- जब आप बैटरी का उपयोग करते हैं, तो यह रिवर्स डायरेक्शन में चलते हैं।
- यह प्रोसेस एनोड के स्ट्रक्चर को नष्ट कर देती है, जिससे इसकी सही ढंग से काम करने की क्षमता कम हो जाती है।
- लेकिन यह प्रोसेस चार्ज करते समय कैथोड पर एक प्रकार का नमक भी बनाती है।
- जैसे-जैसे यह बिल्ड-अप बढ़ता है, बैटरी समय के साथ कम चार्ज होने लगेगी।
- यह अनुमान लगाया गया है कि 500 से 1,000 फुल चार्ज साइकिल के बीच बैटरी की मैक्सिमम कैपेसिटी लगभग 20% कम हो जाएगी।
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