इंपैक्ट प्लेयर नियम ने बर्बाद किया इस खिलाड़ी का करियर! 59% मैचों में बैठा बाहर
- वॉशिंगटन सुंदर आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटंस का हिस्सा है। पंजाब किंग्स के खिलाफ पहले मुकाबले में जब उन्हें प्लेइंग XI में मौका नहीं मिला तो फैंस काफी हैरान नजर आए।

इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल में जब से इंपैक्ट प्लेयर का नियम आया है तब से टीमों की किस्मत खुल गई है। हर टीम 11 की जगह 12 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतर रही है, बीसीसीआई के इस नियम की वजह से कई बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स भी टूट रहे हैं। मगर उनके इस नियम के चलते कई खिलाड़ियों को नुकसान भी हुआ है, जिसमें ऑलराउंडर की संख्या सबसे अधिक है। दरअसल, टीमें इंपैक्ट प्लेयर नियम के चलते 12वें खिलाड़ी के रूप में एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज या गेंदबाज का चयन करती है, जिसकी वजह से ऑलराउंड्स पिछड़ जाते हैं। बीसीसीआई के इस नियम के चलते भारतीय हरफनमौला वॉशिंगटन सुंदर का भी करियर बर्बाद होता जा रहा है।
2017 में आईपीएल डेब्यू करने वाले दाएं हाथ के इस हरफनमौला ने अभी तक आईपीएल में कुल 60 मैच खेले हैं। वहीं जब से टूर्नामेंट में इंपैक्ट प्लेयर का नियम आया है तब से उन्हें 22 में से सिर्फ 9 ही मैच में खेलने का मौका मिला है। वह 59 प्रतिशत मैचों में बेंच ही गर्म करते नजर आए हैं।
आईपीएल 2023 में सुंदर को 7 तो पिछले सीजन 2024 में उन्हें सिर्फ 2 ही मैच खेलने का मौका मिला है।
वॉशिंगटन सुंदर आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटंस का हिस्सा है। पंजाब किंग्स के खिलाफ पहले मुकाबले में जब उन्हें प्लेइंग XI में मौका नहीं मिला तो फैंस काफी हैरान नजर आए।
पुष्कर नामक एक फैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "सुंदर भारत की सर्वश्रेष्ठ 15 टीमों में कैसे शामिल हो जाते हैं, लेकिन 10 टीमों के होते हुए भी उन्हें किसी भी आईपीएल इलेवन में जगह नहीं मिलती, यह एक रहस्य है।"
पुष्कर के इस सवाल का जवाब गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने दिया। उन्होंने लिखा, "मैं भी यही सोच रहा था," अंत में उन्होंने एक स्माइली भी जोड़ी।