अश्विन को ये गलती नहीं करने देते कोहली...क्या आंसुओं में छिपा है कोई राज? पाकिस्तानी दिग्गज का बड़ा दावा
- पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने आर अश्विन के रिटायरमेंट पर अपनी राय का इजहार किया। बासित का मानना है कि अश्विन को ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के बीच में संन्यास नहीं लेना चाहिए था।
भारत के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने बुधवार को अचानक रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। उन्होंने इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया गाबा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद अपने फैसले के बारे में बताया। अश्विन गाबा में विराट कोहली से इमोशनल बातचीत करते हुए नजर आए थे। तब उनकी आंखें भी नाम हो गई थीं। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने आर अश्विन के संन्यास पर अपनी राय का इजहार किया। बासित का मानना है कि अश्विन को ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के बीच में रिटायर नहीं होना चाहिए था। उन्होंने साथ ही एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि अगर कोहली कप्तान होते तो अश्विन को कभी यह गलती नहीं कर देते। बासित को लगता है कि अश्विन के आंसुओं में कोई राज छिपा है। बता दें कि पांच मैचों की बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है। चौथा टेस्ट मेलबर्न (26 दिसंबर से) और पांचवां सिडनी (3 जनवरी से) में खेला जाएगा।
'कप्तान-कोच को अश्विन को समझाना चाहिए था'
बासित ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ''कुछ बातें ऐसी होती हैं, जो जुबान से नहीं बोली जाती हैं। बॉडी लैंग्वेज से ही समझ में आ जाती हैं। अश्विन जिस तरह विराट कोहली से गले मिले और जो आंसू आए, उनकी बहुत बड़ी कीमत है। अश्विन को पता है, रिटायरमेंट कब लेना चाहिए था? वॉशिंगटन सुंदर को जब न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में बुलाया गया था, उस सीरीज के बाद अश्विन को रिटायर हो जाना चाहिए था। या फिर उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज पूरी होने के बाद अलविदा कहना चाहिए था। तीन टेस्ट के बाद ऐसा नहीं करना चाहिए था। मुझे लगता है कि कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर को अश्विन को समझाना चाहिए था कि अभी रिटायरमेंट मत लो क्योंकि आखिरी दो टेस्ट में तुम्हारी जरूत है। सिडनी में तो लाजमी जरूरत थी।''
'अश्विन मैच विनर नहीं बल्कि सीरीज विनर प्लेयर'
उन्होंने आगे कहा, ''अश्विन मैच विनर नहीं बल्कि सीरीज विनर प्लेयर हैं। उन्होंने कई सीरीज जिताई हैं। टी20 क्रिकेट में एक पारी के बाद लोग प्लेयर को मैच विनर बोलने लगते हैं। टूर्नामेंट जिताने वाला प्लेयर अलग होता है और सीरीज जिताना वाला अलग, खासकर भारत में। क्रिकेट का सबसे बेस्ट फॉर्मेट टेस्ट है। अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और अश्विन जैसे प्लेयर सीरीज विनर थे। अश्विन ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बहुत सारी बातें नहीं बोलीं। मैं गारंटी देता हूं, अगर विराट कोहली कप्तान होता तो अश्विन को अभी रिटायरमेंट नहीं लेना देता। कोहली कहता कि दो मैच के बाद लेना। एकदम अपने हीरो को जीरो मत बनाओ। बंदा जुबान से नहीं भी बोले तो उसके आंसू हर चीज बोल देते हैं। 537 विकेट बहुत होते हैं। उन्हें सीरीज विनर के तौर पर याद रखा जाएगा।
आर अश्विन ने कुल 765 इंटरनेसनल विकेट झटके
अश्विन ने गाबा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद रोहित के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''मैं आपका अधिक समय नहीं लूंगा। यह भारतीय टीम के क्रिकेटर के रूप में मेरा आखिरी दिन है।'' इसके बाद उन्होंने कोई सवाल लेने से इनकार कर दिया और घोषणा करके चले गए। वहीं, अश्विन ड्रेसिंग रूम में काफी भावुक नजर आए। बीसीसीआई द्वारा शेयर किए गए वीडियो में स्पिनर ने कहा, ''ऐसा महसूस हो रहा है कि जब 2011-12 में मैं यहां आया था, मेरा पहला ऑस्ट्रेलियाई दौरा, मैंने सभी का बदलाव का दौर देखा है। मैंने देखा कि राहुल (द्रविड़) भाई चले गए, सचिन (तेंदुलकर) पाजी चले गए।।'' अश्विन ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा विश्वास करो दोस्तों, हर किसी का समय आता है और आज मेरे जाने का समय है।’’ अश्विन ने कुल 765 इंटरनेशनल विकेट झटके। उन्होंने 106 टेस्ट में 537 विकेट चटकाए, जिसमें 37 फाइफर हैं।
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