UPPSC GIC : प्रवक्ता भर्ती के लिए पहली बार हुई परीक्षा ने छुड़ाया पसीना
उत्तर प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) में प्रवक्ता (पुरुष/महिला) भर्ती-2020 की मुख्य परीक्षा प्रयागराज और लखनऊ के 33 केंद्रों पर रविवार को दो सत्रों सुबह 9:30 से 11:30 और दो से पांच बजे तक कराई...

उत्तर प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) में प्रवक्ता (पुरुष/महिला) भर्ती-2020 की मुख्य परीक्षा प्रयागराज और लखनऊ के 33 केंद्रों पर रविवार को दो सत्रों सुबह 9:30 से 11:30 और दो से पांच बजे तक कराई गई। सचिव जगदीश ने बताया कि परीक्षा के लिए पंजीकृत 14071 अभ्यर्थियों में से 12817 (91.09 प्रतिशत) सम्मिलित हुए। पहली बार प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के माध्यम से कराई जा रही भर्ती में शामिल अभ्यर्थियों के पसीने छूट गए। पेपर लंबा होने के कारण कई अभ्यर्थी पूरा हल नहीं कर सके।
पहली पाली में निबंध और सामान्य हिन्दी का पेपर था, जबकि दूसरी पाली में विषय की परीक्षा थी। दूसरी पाली के प्रश्नपत्र में 20 अनिवार्य प्रश्न थे। पांच प्रश्न सामान्य उत्तरीय थे जिनका जवाब अधिकतम 250 शब्दों में देना था। पांच प्रश्न लघु उत्तरीय जिनका जवाब 150 शब्दों, जबकि 10 प्रश्न अति लघु उत्तरीय प्रकृति के थे जिनका उत्तर 50 शब्दों में लिखना था। सुरेश कुमार, कुंवर साहब सिंह, अभिनव और आशुतोष ने बताया कि पेपर लंबा था।
प्रयागराज में 17 और लखनऊ में 16 केंद्र बनाए गए थे। 16 विषयों में प्रवक्ता के 1473 पदों (पुरुष वर्ग 991 और महिला वर्ग 482) के लिए 19 सितंबर 2021 को हुई प्रारंभिक परीक्षा में पंजीकृत 4,91,370 अभ्यर्थियों में 1,56,957 सम्मिलित हुए थे। इनमें से 15,046 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए सफल हुए थे लेकिन 14069 ने ही आवेदन किया था। दो अभ्यर्थी हाईकोर्ट के आदेश पर सम्मिलित हुए।
पेपर खराब होने पर 18 ने छोड़ दी परीक्षा
प्रवक्ता जीआईसी की पहली पाली का पेपर खराब होने से 18 अभ्यर्थियों ने दूसरी पाली की परीक्षा छोड़ दी। पंजीकृत 14071 अभ्यर्थियों में से पहली पाली में 12835 सम्मिलित हुए और दूसरी पाली में 12817 उपस्थित हुए। हिन्दी में 1476 अभ्यर्थियों में से 1324, अंग्रेजी में 1445 में से 1287, भौतिक विज्ञान में 251 में से 415, रसायन विज्ञान में 1673 में से 1519, जीव विज्ञान 2313 में 2126, गणित में 2163 में 2018, संस्कृत में 695 में 600, अर्थशास्त्रत्त् में 768 में से 693, नागरिकशास्त्रत्त् में 816 में से 742, भूगोल 943 में से 851, इतिहास में 635 में से 590, समाजशास्त्रत्त् में 99 में से 92, शिक्षाशास्त्रत्त् 67 में से 60, उर्दू 277 में 262, वाणिज्य 128 में से 120, जबकि गृह विज्ञान में 123 में से 118 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए।