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NEET : नीट टॉपर 67 से घटकर हुए 61, NTA जारी करेगा नई ओवलऑल मेरिट लिस्ट, अब AIR क्या होगी

NEET : नीट यूजी के 1563 अभ्यर्थियों के ग्रेस मार्क्स रद्द होने और उनके लिए री-एग्जाम आयोजित होने से नीट की ओवरऑल मेरिट लिस्ट पर असर पड़ेगा। नीट के टॉप रैंकर्स की संख्या में भी बदलाव होगा।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 14 June 2024 12:58 PM
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NEET : मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2024 देने वाले 1563 अभ्यर्थियों के ग्रेस मार्क्स रद्द होने और उनके लिए री-एग्जाम आयोजित होने से नीट की ओवरऑल मेरिट लिस्ट पर असर पड़ेगा। नीट के टॉप रैंकर्स की संख्या में भी बदलाव होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए 30 जून को नीट री-एग्जाम का रिजल्ट जारी करने के बाद नई ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट जारी कर सकता है। नीट में इस वर्ष 67 स्टूडेंट्स ने 720 में से 720 अंक हासिल कर टॉप किया था। हालांकि टाई ब्रेकिंग पॉलिसी के चलते इन सबकी ऑल इंडिया रैंक ( NEET AIR ) अलग अलग है। टॉप स्कोरर स्टूडेंट्स में शामिल 6 विद्यार्थियों ने हरियाणा के एक ही एग्जाम सेंटर पर पेपर दिया था। ये सभी छह स्टूडेंट्स उन 1563 विद्यार्थियों में शामिल हैं, जिनके ग्रेस मार्क्स रद्द किए गए हैं। 

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक अब इन 1563 विद्यार्थियों में से चाहे कोई नीट री-एग्जाम दे या फिर बिना ग्रेस मार्क्स के अपना स्कोरकार्ड ही स्वीकार कर ले, न सिर्फ इनकी रैंक, बल्कि नीट के सभी 23 लाख विद्यार्थियों की रैंक प्रभावित होगी। नीट यूजी काउंसलिंग की प्रक्रिया 6 जुलाई से शुरू होगी। सुप्रीम कोर्ट ने हालांकि काउंसलिंग व एडमिशन प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है लेकिन यह भी साफ किया है कि नीट में सफल स्टूडेंट्स का मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन 5 मई को आयोजित एग्जाम को रद्द करने की मांग वाली याचिकाओं पर अंतिम फैसले पर निर्भर करेगा। 

एक एनटीए अधिकारी ने कहा है कि जब तक ये 1563 अभ्यर्थी री-एग्जाम नहीं देते और 720 में से 720 अंक नहीं लाते, तब तक वे अपना शीर्ष स्थान फिर से प्राप्त नहीं कर पाएंगे। संशोधित रैंक लिस्ट तभी जारी की जाएगी, जब हमें पता चलेगा कि इनमें से कितने अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा देना चाहते हैं।

एनटीए ने तीन बार नोटिस के बाद ईओयू को भेजा आधा-अधूरा जवाब
राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नीट) के कथित पेपर लीक मामले की जांच बिहार में ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) कर रही है। ईओयू ने नीट आयोजित कराने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग काउंसिल (एनटीए) से इस मामले से जुड़े कई तथ्य मांगे थे। जांच एजेंसी के स्तर से तीन बार नोटिस जारी कर जानकारी मांगने के बाद बुधवार की रात एनटीए ने ई-मेल के जरिए अपना जवाब भेजा है। हालांकि यह भी आधा-अधूरा है। इसमें सिर्फ कुछ अभ्यर्थियों के नाम, रौल नंबर समेत इससे जुड़ी कुछ अन्य जानकारियां हैं। अब भी जांच एजेंसी को कई मूलभूत प्रश्नों के उत्तर नहीं प्राप्त हुए हैं, जिनकी मदद से जांच को निर्णायक दिशा प्रदान करते हुए प्रश्न-पत्र लीक होने के मूल स्रोत तक पहुंचा जा सके।

पूरे मामले की अब तक हुई जांच में यह बात सामने आई है कि बिहार से बाहर के किसी राज्य से नीट के प्रश्न-पत्र लीक होने के बाद यहां के सेटरों ने इसे अपने चुनिंदा लोगों के बीच इसका वितरण किया था। इसी दौरान यह प्रश्न-पत्र लीक हुआ और व्हाट्सएप पर वायरल हो गया। ईओयू को एनटीए के जवाब का इंतजार है। ईओयू को आशंका है कि प्रश्नपत्र लीक कराने वाले गैंग में यूपी, दिल्ली समेत दूसरे राज्यों के सेटर भी शामिल हैं। शिक्षक बहाली पेपर लीक में मास्टरमाइंड डॉ. शिव और उसके साथ शामिल 12 अन्य लोगों के नाम सामने आए थे। इसमें डॉ. शिव समेत आधा दर्जन लोगों की संलिप्तता नीट पेपर लीक में भी सामने आ रही है।

ईओयू ने एनटीए से इन प्रश्नों के मांगे जवाब
ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने एनटीए से पूछा था कि प्रश्न-पत्र को किस प्रेस में छपवाया गया था? एक प्रेस में या अधिक में इसकी छपाई हुई थी? प्रेस से अलग-अलग राज्यों में इसके पहुंचाने की जिम्मेदारी किस कंपनी या एजेंसी को दी गई थी? इस पूरी प्रक्रिया के बारे में एनटीए के किस स्तर के कितने पदाधिकारियों को जानकारी थी? विशेष रूप से बिहार में प्रश्न-पत्र को लाने और इसके अलग-अलग स्थानों पर मौजूद परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने की जवाबदेही किसे सौंपी गई थी?

ओयू को शक दूसरे राज्य से नीट का लीक पेपर बिहार के सेंटरों तक पहुंचा
पटना। नीट धांधली की जांच कर रही ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) को अब तक की पड़ताल में यह सुराग मिला है कि पेपर लीक बिहार में नहीं हुआ था। यह हरियाणा और राजस्थान के पास के किसी स्थान पर लीक होने के बाद बिहार के सेटरों पर व्हाट्सएप के जरिए पहुंचा था। फिर यहां से चुनिंदा लोगों को भेजा गया। ईओयू इसमें एनटीए की मदद चाहता है ताकि सही मायने में प्रश्न-पत्र कहां से लीक हुआ था, इसका खुलासा हो सके।

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