GDS डाक भर्ती के लिए स्थानीय बोलियों को अतिरिक्त योग्यता के रूप में शामिल करे केंद्र: NSF
'नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन' (एनएसएफ) ने नगालैंड में नए शाखा डाकघर (बीपीओ) खोलने के केंद्र के फैसले का स्वागत करते हुए ग्रामीण डाक सेवकों की भर्ती के लिए स्थानीय बोली में दक्षता को अतिरिक्त योग्यता के रूप
'नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन' (एनएसएफ) ने नगालैंड में नए शाखा डाकघर (बीपीओ) खोलने के केंद्र के फैसले का स्वागत करते हुए ग्रामीण डाक सेवकों की भर्ती के लिए स्थानीय बोली में दक्षता को अतिरिक्त योग्यता के रूप में शामिल करने का अनुरोध किया है। एनएसएफ ने कहा कि उसे पता चला है कि डाक विभाग इन नव स्थापित बीपीओ में सेवा देने के लिए 173 ग्रामीण डाक सेवकों, शाखा पोस्ट मास्टर (बीपीएम) और सहायक शाखा पोस्टमास्टर (एबीपीएम) की भर्ती करना चाहता है। संगठन ने एक बयान में कहा कि वह नगालैंड में 70 नए बीपीओ खोलने की संचार मंत्रालय की पहल से खुश है। बयान में इसने कहा है, ''उम्मीद है कि ये बीपीओ आवश्यक बैंकिंग और डाक सेवाओं को राज्य के दूरदराज के गांवों के निकट लेकर आएंगे। यह ग्रामीण विकास की दिशा में एक सराहनीय कदम है।'' एनएसएफ ने भर्ती अभियान का स्वागत करते हुए कहा कि डाक विभाग की मसौदा मॉडल अधिसूचना में नगालैंड में ग्रामीण डाक सेवकों की नियुक्ति के लिए हिंदी या अंग्रेजी को स्थानीय भाषा के रूप में निर्धारित किया गया है। इसने कहा, ''ये भाषाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन यह मापदंड स्थानीय युवाओं के अवसरों को प्रभावी रूप से सीमित करता है, क्योंकि उन्हें राज्य के बाहर के उम्मीदवारों के साथ प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती है, जो विभिन्न अंक प्रणालियों के कारण हिंदी और अंग्रेजी में आमतौर पर बेहतर शैक्षणिक दक्षता रखते हैं।'' एनएसएफ ने कहा कि नगालैंड के बाहर से आए उम्मीदवारों को स्थानीय जनजातीय बोलियों/भाषाओं के सीमित ज्ञान के कारण स्थानीय आबादी से बातचीत में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। संगठन ने डाक सेवा विभाग से अनुरोध किया कि वह मसौदा मॉडल अधिसूचना में संशोधन करने पर विचार करे और नगालैंड में ग्रामीण डाक सेवकों की नियुक्ति के लिए हिंदी और अंग्रेजी के साथ-साथ ''नगालैंड की किसी स्थानीय बोली में प्रवीणता को अतिरिक्त योग्यता के रूप में'' शामिल करे।
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