UPSC इंटरव्यू में शामिल होने से पहले जान लें इन 4 गलतफहमियों के बारे में
UPSC Interview को लेकर कई गलतफहमियां फैलाई होती है। जिसके बारे में आज हम विस्तार से चर्चा करेंगे। जो उम्मीदवार यूपीएससी इंटरव्यू में शामिल होने जा रहे हैं, वह जान लें इनगलतफहमियों के बारे में।
यदि आपका लक्ष्य आईएएस या आईपीएस अधिकारी बनने की है, तो आपको यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) में शामिल होना होगा। जिसमे तीन चरण होते हैं। प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू।
आज हम यूपीएससी सीएसई परीक्षा के आखिरी चरण के बारे में बात करेंगे, जिसे इंटरव्यू यानी पर्सनालिटी टेस्ट भी कहा जाता है। हाल ही में यूपीएससी ने मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी किया है। जो उम्मीदवार परीक्षा में सफल हुए हैं, उन्हें इंटरव्यू में बुलाया जाएगा। बता दें, यूपीएससी इंटरव्यू को लेकर कई प्रकार की गलतफहमियां फैलाई जाती है। आज हम उसी के बारे में चर्चा करेंगे।
पहली गलतफहमी: IAS, IPS या IFS बनने के लिए केवल यूपीएससी इंटरव्यू के मार्क्स ही देखें जाते हैं।
- ये झूठ है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यूपीएससी मुख्य परीक्षा (लिखित परीक्षा) और इंटरव्यू (पर्सनालिटी टेस्ट) में उम्मीदवार की ओर से प्राप्त अंकों को जोड़कर फाइनल रैंक तैयार की जाती है। दरअसल, यूपीएससी की कुल परीक्षा 2025 अंक की होती है। जिसमें1750 अंक (86.4% वेटेज) लिखित परीक्षा के लिए हैं, जबकि 2025 में से केवल 275 अंक (13.6% वेटेज) पर्सनालिटी टेस्ट के लिए है।
दूसरी गलतफहमी: यूपीएससी इंटरव्यू के दौरान केवल उम्मीदवारों को नॉलेज टेस्ट की जाती है।
- यूपीएससी इंटरव्यू का उद्देश्य किसी उम्मीदवार की नॉलेज को टेस्ट करना नहीं होता है। आयोग यूपीएससी प्रश्नपत्रों (प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा) के माध्यम से नॉलेज का टेस्ट पहले ही ले चुके होते हैं। ऐसे में बोर्ड पैनल इंटरव्यू के दौरान देखते हैं कि आप कैसे व्यक्ति हैं और क्या आपकी पर्सनालिटी क्या है? इंटरव्यू के दौरान आपकी कम्युनिकेशन स्किल, सेंस ऑफ ह्यूमर, एनालिटिकल थिंकिंग और लीडरशिप क्वालिटी आदि बातों पर ध्यान दिया जाता है।
तीसरी गलतफहमी: आपको सभी प्रश्नों के उत्तर देना चाहिए, चाहे कुछ भी हो जाए।
- यूपीएससी बोर्ड पैनल ये बात अच्छी तरह से जानते हैं कि हर चीज के बारे में सब कुछ जानना मानवीय रूप से असंभव है। यदि आप कुछ प्रश्नों के उत्तर नहीं जानते हैं तो यह बिल्कुल ठीक है। उस एक कारण से आपके अंक नहीं घटेंगे। वहीं ऐसी स्थिति आने पर जब आप किसी प्रश्न का जवाब नहीं जानते उस समय जो बात अधिक मायने रखती है वह यह है कि आप उस स्थिति को कैसे संभालते हैं। वहीं ओवरस्मार्ट न बने और बोर्ड को धोखा देने की कोशिश न करें, क्योंकि यूपीएससी ईमानदारी को महत्व देता है।
चौथी गलतफहमी: यूपीएससी इंटरव्यू में अच्छे अंक हासिल करने के लिए केवल इंग्लिश में ही जवाब देना चाहिए।
- यूपीएससी बोर्ड बोर्ड इंग्लिश के टीचर को नहीं बल्कि एक सिविल सेवक की नौकरी के लिए योग्य उम्मीदवार की तलाश कर रहे हैं। आपको उत्तर सही होना चाहिए। भले ही वह इंग्लिश भाषा में न दिया हो।
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