93% से ज्यादा लुढ़क गया यह शेयर, महीने भर में 53% टूटा, कंपनी बांट चुकी है 2 बार बोनस शेयर
जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर अपने रिकॉर्ड हाई लेवल से 93% से अधिक टूट गए हैं। कंपनी के शेयर 16 फरवरी 2024 को 1281.70 रुपये पर थे। जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर 28 अप्रैल 2025 को 86.50 रुपये पर पहुंच गए हैं।

कभी मल्टीबैगर रही जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर लगातार लुढ़क रहे हैं। कंपनी के शेयर सोमवार को 5 पर्सेंट के लोअर सर्किट के साथ 86.50 रुपये पर जा पहुंचे हैं। जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर लगातार 13वें दिन लोअर सर्किट पर रहे हैं। इस अवधि में कंपनी के शेयरों में 47 पर्सेंट की गिरावट देखने को मिली है। वहीं, रिकॉर्ड लेवल से जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर 93 पर्सेंट से ज्यादा टूट गए हैं। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर 53% लुढ़क गए हैं।
रिकॉर्ड लेवल से 93% से अधिक टूट गए जेनसोल के शेयर
जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर अपने रिकॉर्ड हाई से 93 पर्सेंट से ज्यादा लुढ़क गए हैं। कंपनी के शेयर 16 फरवरी 2024 को 1281.70 रुपये पर थे। कंपनी के शेयर 28 अप्रैल 2025 को 86.50 रुपये पर पहुंच गए हैं। 52 हफ्ते के हाई लेवल से जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों में 92 पर्सेंट की गिरावट देखने को मिली है। वहीं, पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयर 88.28% टूट गए हैं। जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 1125.75 रुपये है। वहीं, कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का लो लेवल 86.50 रुपये है।
दो बार बोनस शेयर भी बांट चुकी है कंपनी
जेनसोल इंजीनियरिंग हाल के कुछ सालों में अपने शेयरधारकों को दो बार बोनस शेयर दे चुकी है। कंपनी ने अक्टूबर 2023 में 2:1 के रेशियो में बोनस शेयर दिए थे। यानी, कंपनी ने हर 1 शेयर पर 2 बोनस शेयर बांटे। इससे पहले, कंपनी ने अपने निवेशकों को 1:3 के रेशियो में बोनस शेयर दिए थे। यानी, कंपनी ने हर 3 शेयर पर 1 बोनस शेयर दिया।
रेगुलेटरी एक्शन का सामना कर रहे कंपनी के प्रमोटर
जेनसोल इंजीनियरिंग और ब्लूस्मार्ट के प्रमोटर्स अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स खरीदने के लिए दिए गए लोन मनी के डायवर्जन को लेकर रेगुलेटरी एक्शन का सामना कर रहे हैं। बाजार नियामक संस्था सेबी ने जग्गी बंधुओं पर कैपिटल मार्केट बैन भी लगाया हुआ है। साथ ही, लिस्टेड कंपनियों में पोजिशंस होल्ड करने पर भी रोक है। नियामक संस्था सेबी को शेयर प्राइस में हेरफेर और जेनसोल इंजीनियरिंग से फंड्स के डायवर्जन को लेकर जून 2024 में एक शिकायत मिली थी, इसके बाद सेबी ने इसकी जांच शुरू की।