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पुलिस हिरासत में युवक की मौत, पिता का आरोप; पीट-पीटकर मार डाला; हत्या का केस दर्ज

पुलिस की मानें तो जितेश ने सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी होने की बात कही थी। इसके बाद पुलिसवालों ने उसके पैर-हाथ को सहलाया लेकिन स्थिति खराब होता देख उसे फौरन अस्पताल ले गए।

Malay Ojha हिन्दुस्तान, पटनाMon, 1 April 2024 11:01 PM
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अगवा मामले में पूछताछ के लिए लाये गये एक 28 वर्षीय युवक की मौत पुलिस हिरासत में हो गई। आरोप है कि पूछताछ के दौरान युवक की जमकर पिटाई की गई जिससे उसने दम तोड़ दिया। मृतक जीतेश कुमार राजीवनगर थाना इलाके के नेपालीनगर का रहने वाला था। जीतेश उसके साथी राहुल कुमार और मुकेश कुमार को फुलवारीशरीफ के ब्रह्मपुर के रहने वाले सुरेन्द्र सिंह के 28 वर्षीय पुत्र सुशील कुमार के अगवा किए जाने के मामले में पूछताछ के लिये बीते 31 मार्च की शाम फुलवारीशरीफ डीएसपी 1 के तकनीकी शाखा में लाया गया था। जीतेश के पिता श्री राम सिंह ने केस करवाने वाले अपने संबंधी व पुलिसवालों के उपर साजिश के तहत बेटे की हत्या करने की एफआईआर दर्ज करवाई है। पिता का आरोप है कि उनके बेटे के साथ मारपीट की गई जिससे उसने दम तोड़ दिया। वहीं, जीतेश की मौत के बाद उसके दोनों साथियों को छोड़ दिया गया। 

पूछताछ के क्रम में ही तबीयत होने लगी खराब
सुशील बीते सात जनवरी को अपने घर से निकला था, जिसके बाद वापस नहीं लौटा। पश्चिमी सिटी एसपी अभिनव धीमान ने बताया कि इसी वर्ष 7 जनवरी को पेशे से रेलवे के टेक्निशियन व कटिहार जिले के बारसोई में पदस्थापित सुरेन्द्र सिंह (फुलवारीशरीफ) ने बेटे के लापता होने को लेकर लिखित शिकायत की थी। उनकी शिकायत के आधार पर 7 जनवरी को जितेश कुमार और रंजीत ठाकुर उर्फ बिट्टु ठाकुर पर 34/2024 भादवी की धारा 365 के तहत केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने बुद्धा घाट से जीतेश व अन्य दो युवकों को उठा लिया और उन्हें लेकर फुलवारीशरीफ डीएसपी 1 के तकनीकी शाखा में चली गई। पूछताछ के क्रम में ही जीतेश की तबियत खराब होने लगी। इसके बाद उसे तत्काल पीएचसी फुलवारी फिर बेहतर ईलाज के लिये एम्स ले जाया गया। आरोप यह भी है कि जीतेश की मौत अस्पताल ले जाने के पहले ही हो गई थी। 

जितेश ने सीने में दर्द की शिकायत की थी
पुलिस की मानें तो जितेश ने सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी होने की बात कही थी। इसके बाद पुलिसवालों ने उसके पैर-हाथ को सहलाया लेकिन स्थिति खराब होता देख उसे फौरन अस्पताल ले गए। वहीं जितेश के दोस्तों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी जमकर पिटाई की। बाद में जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसके दोनों दोस्तों को दूसरे कमरे से बुलाया गया। 

मेडिकल बोर्ड ने किया शव का पोस्टमार्टम 
सिटी एसपी पश्चिमी के मुताबिक पुलिस हिरासत में युवक की मौत के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा निर्देश के अनुसार कानूनी जांच मजिस्ट्रेट से कराई गई। मेडिकल बोर्ड का गठन कर शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की मानक प्रक्रिया के तहत इस मामले की न्यायिक जांच करायी जायेगी। इस संदर्भ में मृतक के परिवार से आवेदन प्राप्त कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

दानापुर सर्किल इंस्पेक्टर केस के आईओ
पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत के बाद दर्ज हुये केस का आईओ दानापुर के सर्किल इंस्पेक्टर को बनाया गया है। वहीं इस केस का सुपरविजन सिटी एसपी पूर्वी करेंगे। 

होनहार छात्र था जीतेश 
जीतेश पढ़ाई में काफी अव्वल था। उसने दो बार बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की मेन्स परीक्षा में सफलता हासिल की थी। मृतक के परिजनों ने जीवेश की पिटाई में शामिल पुलिसकर्मियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। 

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