Hindi Newsबिहार न्यूज़Sushil Modi death fighter who threw Lalu Yadav in jail over fodder scam lost to cancer

सुशील मोदी: चारा घोटाला पर चढ़कर लालू यादव को जेल में पटकने वाला लड़ाकू कैंसर से हार गया

नीतीश सरकार के तीन बार डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी कैंसर के चलते जिंदगी की जंग हार गए। पिछले छह महीने से सुशील मोदी कैंसर से जूझ रहे थे। सुशील मोदी की वह शख्स थे, जिनकी पीआईएल ने ही चारा घोटाला...

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, पटनाMon, 13 May 2024 06:37 PM
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नीतीश सरकार के तीन बार डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी कैंसर के चलते जिंदगी की जंग हार गए। पिछले छह महीने से सुशील मोदी कैंसर से जूझ रहे थे। सुशील मोदी की वह शख्स थे, जिनकी पीआईएल ने ही चारा घोटाला की सीबीआई जांच का रास्ता खोला और लालू यादव को राबड़ी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री  बनाकर जेल जाना पड़ा। पशुपालन विभाग के घोटालों के केस में लालू सजायाफ्ता हैं और आधी सजा पूरी करने के बाद मेडिकल ग्राउंड पर जमानत पर हैं। सोमवार को को सुशील मोदी के निधन की खबर आई तो बिहार की सियासत में शोक फैल गया। छात्रसंघ की राजनीति से सियासत में कदम रखने वाले इस नेता ने कभी इंदिरा गांधी सरकार से भी टक्कर दी थी। इंदिरा सरकार में लाए गए मीसा कानून का जबरदस्त विरोध किया था और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती तक दी थी। सुशील मोदी इससे पहले 19 महीने तक जेल की सजा भी काट चुके थे।

सुशील मोदी को वैसे तो बिहार की राजनीति का त्रिभुज भी कहा जाता है। चारा घोटाला खोलने और लालू को जेल पहुंचाने तक की पटकथा सुशील मोदी ने ही तैयार की थी। सुशील मोदी ने 1996 में चारा घोटाले को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक पीआईएल दायर की थी, जिसके जरिए उन्होंने सीबीआई से जांच की मांग की थी। जानकारों की मानें तो उस समय सुशील मोदी की पार्टी के कुछ नेता उनके इस कदम से खासे उत्साहित नहीं थे, लेकिन सुशील मोदी ने लालू को लेकर जो कदम आगे बढ़ाया था अब पीछे नहीं हटाया और लालू को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने तक ही दम लिया। 2015  में जेडीयू आरजेडी की सरकार बनने के बाद सुशील मोदी के निशाने पर लालू परिवार एक फिर आ गया।

सुशील मोदी ने 2017 से लालू परिवार की बेनामी संपत्ति को लेकर लगातार एक के बाद एक करीब 44 प्रेस कान्फ्रेंस की। वैसे तो सुशील मोदी और लालू ने साथ-साथ छात्रसंघ के जरिए राजनीति में कदम रखा था, लेकिन बिहार की सत्ता ने दोनों एक-दूसरे का दुश्मन बना दिया। 1996 में सीबीआई ने जब जांच शुरू की तो चारा घोटाले की परत दर परत खुलती चली गई। सीबीआई ने उस समय लालू प्रसाद के ऊपर 53 केस दर्ज किए थे, और 170 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया था। सुशील मोदी ने लालू को लेकर जो जाल बिछाया था उसमें लालू यादव आज भी पूरी तरह से उलझे हुए हैं। लालू यादव तो फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं लेकिन चारा घोटाला पर चढ़कर लालू यादव को जेल में पटकने वाला लड़ाकू सुशील मोदी 13 मई को दिल्ली एम्स में कैंसर से जिंदगी की जंग हार गया।

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