पहले गैंगरेप की कोशिश, फिर पीड़िता के चरित्र पर सवाल; पंचायती से पहले लड़की ने की खुदकुशी
गैंगरेप की कोशिश करने वालों पर कार्रवाई की बजाय पीड़िता पर ही लांछन से आहत 10वीं की नाबालिग छात्रा ने गुरुवार देर शाम फंदे से लटक गई। पंचायत में सफाई देने के लिए उसे बुलाया गया था। मामले में दो को गिरफ्तार किया गया है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में गैंगरेप की कोशिश के बाद चरित्र पर लांछन लगाने से आहत छात्रा ने आत्महत्या कर ली। घटना बोचहां थाना के भूताने पंचायत के एक गांव की है। गैंगरेप की कोशिश करने वालों पर कार्रवाई की बजाय पीड़िता पर ही लांछन से आहत 10वीं की नाबालिग छात्रा ने गुरुवार देर शाम फंदे से लटक गई। पंचायत में सफाई देने के लिए उसे बुलाया गया था। इधर घटना से आक्रोशित परिजन, ग्रामीणों और महिला समूह की कार्यकर्ताओं ने छात्रा का शव भूताने पीएसएस के गेट पर रखकर बवाल किया। भीड़ ने बिजली विभाग के जेई समेत 25 कर्मियों को रात 11 बजे तक बंधक बनाए रखा।
करीब तीन घंटे तक चले बवाल के बाद पुलिस ने पीएसएस के गार्ड आरोपित अंकित कुमार और उसके पिता दीपक राय को गिरफ्तार कर लिया। दूसरा आरोपित रवि राय और उसका पिता दिनेश राय फरार हैं। देर रात तक शव के साथ पीएसएसपी पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जेई पर मामले को रफा-दफा करने के प्रयास का आरोप लगाया। एसपी (ग्रामीण) विद्यासागर ने बताया कि परिजनों ने दो युवकों पर छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है। एक मुख्य आरोपित व उसके पिता को पकड़ा गया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी बनाई गई है। परिजनों के बयान पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। शिथिलता बरतने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होगी।
पंचायती का हवाला देकर आरोपितों को छुड़ाया था
बोचहां थाना क्षेत्र की भूताने पंचायत के एक गांव में गैंगरेप की कोशिश व लांछन से आहत छात्रा की आत्महत्या के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी शांत कराया। इस दौरान छात्रा की मां ने पंचयती का हवाला देकर दोनों आरोपित को छुड़ाने का आरोप लगाया।
उसने पुलिस को बताया कि मंगलवार रात पीएसएस के गार्ड अंकित कुमार और उसके रिश्तेदार रवि राय ने अपने दोस्तों संग शराब पार्टी की। देर रात बगल में स्थित उनके घर में अंकित, रवि समेत चार युवक घुस गए और छात्रा से गैंगरेप का प्रयास करने लगे। शोर मचाने पर लोग जाग गए तो आरोपित भागने लगे। लोगों ने दोनों को खदेड़कर पकड़ लिया और रस्सी से बांध दिया। भोर में दोनों के परिजन व ग्रामीण जुटे और पंचायती से मामले के सुलझा लेने का झांसा दिया व दोनों को छुड़ा लिया।
पुलिस पहुंची पर पीड़िता की नहीं सुनी
दुष्कर्म के प्रयास के दोनों आरोपितों को पकड़ने की मांग को लेकर बुधवार को पीएसएस पर हंगामा हुआ तो बोचहां थाने की दारोगा सरिता कुमारी मौके पर पहुंची थी। छात्रा की मां ने आरोप लगाया कि दारोगा ने आरोपितों पर कार्रवाई की बजाय उसके परिजन को सरकारी कार्य में बाधा डालने का हवाला दे जेल भेजने की धमकी दी।
आरोपी के छूटते दबंग परिवार के सुर बदले
दोनों आरोपित के मुक्त हो जाने के बाद बुधवार को पंचायती नहीं कर आरोपित के परिजन उल्टे छात्रा पर ही लांछन लगाने लगे। शाम में जेई पीएसएसी पर पहुंचे तो महिला समूह की कार्यकर्ताओं ने पीएसएस को घेरकर उन्हें बंधक बना लिया। गुरुवार को भी लोग जुटे लेकिन आरोपितों के परिजनों के दबाव में छात्रा पर लांछन लगाना शुरू कर दिया। इसी बीच, छात्रा ने फंदे से लटककर जान दे दी।