बिहार में टीचरों की छुट्टी के लिए नई गाइडलाइन, स्कूल में छात्रों को अब रंगीन बेंच-डेस्क
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा कि शिक्षकों की छुट्टी के लिए गाइडलाइन बनकर तैयार हो गई है। शिक्षकों को सीएल की छुट्टी एक दिन में मंजूर होगी। अन्य छुट्टियों को डीईओ अधिकतम सात दिनों के भीतर मंजूर करेंगे। ऐसा नहीं करने पर वह स्वत: मंजूर हो जाएगा।

बिहार के स्कूलों में छोटे बच्चों को अब रंगीन बेंच-डेस्क दिए जाएंगे। यह छोटा भी होगा। इसी साल से इस योजना पर अमल हो जाएगा। एक से पांच तक बच्चों को किताब से पढ़ाया जाएगा। छठे क्लास से स्मार्ट बोर्ड पर पढ़ाई की सुविधा इसी साल से उपलब्ध हो जाएगी। शिक्षा की बात हर शनिवार कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों से कहा कि वे ग्रिवांस पोर्टल पर शिकायत करें। व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पर कोई समस्या भेजने के बजाए शिक्षक पोर्टल पर अपनी बात कहें।
विभाग के अन्य अधिकारी भी उसे देखते हैं। उन्होंने कहा कि लड़कियों के लिए सैनिटरी पैड खरीदने को 300 रुपये दिए जाते हैं। शिक्षक अगर अपने काम को बोझ न समझें तो उन्हें बर्नआउट की स्थिति का सामना नहीं करना होगा। राज्यभर के स्कूलों का रेवेन्यू रिकॉर्ड होगा। स्कूलों में कितनी जमीन है, कितना अतिक्रमण है, इसका ब्योरा रहेगा। इसके लिए भू-संपदा व सहायक भू-संपदा पदाधिकारी बहाल किए जाएंगे, जो रेवेन्यू रिकॉर्ड का रखरखाव (मेंटेन) करेंगे।
शिक्षकों की छुट्टी के लिए बन रही गाइडलाइन
शिक्षकों की छुट्टी के लिए गाइडलाइन बनकर तैयार हो गई है। शिक्षकों को सीएल की छुट्टी एक दिन में मंजूर होगी। अन्य छुट्टियों को डीईओ अधिकतम सात दिनों के भीतर मंजूर करेंगे। ऐसा नहीं करने पर वह स्वत: मंजूर हो जाएगा। शिक्षकों को छुट्टी का आवेदन ई-शिक्षा कोष पर ऑनलाइन ही करना है। शिक्षकों का वेतन मिलने पर ही डीईओ कार्यालय के कर्मियों को वेतन मिलेगा। अगले सप्ताह तक गाइडलाइन जारी हो जाएगी।