'अब लाठी चली तो सरकार गिर जाएगी', बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ मार्च करेंगे प्रशांत किशोर
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर उर्फ पीके पटना में शुक्रवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ मार्च करेंगे। उन्होंने गुरुवार रात धरनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनरत अभ्यर्थियों से मुलाकात की।
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने गुरुवार को देर शाम पटना में धरना दे रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों से मुलाकात की। उन्होंने घोषणा की है कि वे खुद शुक्रवार को छात्र-छात्राओं के साथ मार्च करेंगे। इसमें वे सबसे आगे रहेंगे। पीके ने अभ्यर्थियों को भरोसा दिलाया है कि अब उन पर लाठीचार्ज नहीं होगा। अगर ऐसा हुआ तो बिहार की सरकार गिर जाएगी। पीके ने यह भी कहा कि अगर पुलिस ने फिर से छात्रों पर लाठीचार्ज किया तो सबसे पहले वे ही लाठी खाएंगे।
प्रशांत किशोर गुरुवार देर शाम पटना के गर्दनीबाग पहुंचे और वहां धरना दे रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर में वे एक बजे छात्रों के साथ मार्च करेंगे। उन्होंने सरकार को चुनौती दी है कि एक भी डंडा मारकर दिखाइए। एक भी लाठी चली तो पीके आगे रहकर उसे खाएंगे।
इससे पहले बुधवार दोपहर में जन सुराज पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती ने भी प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की थी। उन्होंने भी अभ्यर्थियों को भरोसा दिलाया कि उनकी पार्टी छात्रों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद करेगी। भारती ने अभ्यर्थियों की मांगों का समर्थन करते हुए बीपीएससी सचिव को पत्र लिखकर 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करके दोबारा एग्जाम कराने की मांग भी की है।
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित हुई इस परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कई अभ्यर्थी बीते एक सप्ताह से पटना में धरने पर बैठे हैं। एग्जाम रद्द करने की मांग करते हुए बुधवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया था। इस पर सूबे का सियासी पारा गर्माया हुआ है। पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव समेत अन्य विपक्षी नेता भी धरना स्थल पर पहुंचकर अभ्यर्थियों का समर्थन कर चुके हैं।