BPSC आंदोलन की दिल्ली से फंडिंग? मास्टरमाइंड पकड़ा गया, पटना पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा
बिहार के पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन को लेकर पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने अभ्यर्थियों को भड़काने के आरोप में एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है। उस पर दिल्ली से कुछ लोगों को लाकर प्रदर्शन में शामिल करने का आरोप है।
बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी 70वीं परीक्षा को रद्द करने की मांग के साथ हो रहे आंदोलन को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पटना के डीएम चंद्रशेखर ने गुरुवार को संकेत दिए कि इस आंदोलन की दिल्ली से फंडिंग हो रही है। पुलिस ने बुधवार को बीपीएससी कार्यालय के बाहर हुए बवाल के कथित मास्टरमाइंड को पकड़ा है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए शख्स का नाम रोहित कुमार है। वह एक कोचिंग शिक्षक है।
डीएम चंद्रशेखर ने कहा, "शुरुआती जांच में पता चला है कि रोहित कुमार नाम के एक शिक्षक ने अभ्यर्थियों को भड़काकर उन्हें संगठित किया और फिर वे बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे।" बता दें कि बुधवार को बीपीएससी कार्यालय के बाहर आंदोलनरत छात्र-छात्राओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस पर राजनीतिक पारा गर्माया हुआ है। आरजेडी, कांग्रेस समेत पार्टियों के नेताओं ने अभ्यर्थियों के समर्थन में आकर लाठीचार्ज की निंदा की है।
पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि बुधवार को हुए हंगामे की शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी रोहित कुमार ने अभ्यर्थियों को भड़काया। रोहित दिल्ली से कुछ अन्य साथियों के साथ हाल ही में पटना आया था, उनके साथ कुछ लड़कियां भी हैं। ये सभी खुद को बीपीएससी अभ्यर्थी बताकर प्रदर्शन कर रहे थे। एसएसपी ने शिक्षक रोहित कुमार को इस मामले का मास्टरमाइंड माना है। उससे पूछताछ की जा रही है।
बीपीएससी आंदोलन की फंडिंग की भी हो रही जांच
बिहार पुलिस पटना में चल रहे बीपीएससी आंदोलन के पीछे राज्य से बाहर के लोगों का हाथ बताया। इस आंदोलन की फंडिंग की भी जांच की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि पटना में हो रही प्रदर्शन की दिल्ली और अन्य राज्यों से फंडिंग की जा रही है। एक साजिश के तहत अभ्यर्थियों को भड़काकर राज्य में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा की जा रही है।
पटना एसएसपी ने कहा कि बुधवार को हुए बवाल के पीछे बड़ी साजिश की जांच की जा रही है। इसकी फंडिंग कहां से हो रही है, यह भी जांच का मुख्य हिस्सा है। फंडिंग के स्रोत की जांच के लिए ईओयू को शुरुआती जांच रिपोर्ट भेजी जाएगी।
बता दें कि पटना में बीते एक सप्ताह से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी धरने पर हैं। वे 13 दिसंबर को हुई बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द कर इसे पुनः आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इस परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। बुधवार को गर्दनीबाग में धरना दे रहे बड़ी संख्या में युवा बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया।
आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं ने कहा कि वे सरकार से अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। मगर उनके साथ आतंकियों की तरह सलूक किया जा रहा है। कई प्रदर्शनकारियों के लाठीचार्ज में घायल होने का दावा किया गया, जिसे प्रशासनिक अधिकारियों ने खारिज कर दिया। पटना डीएम ने बुधवार रात को जारी बयान में राजधानी के कुछ कोचिंग संचालकों पर भी अभ्यर्थियों को उकसाने का आरोप लगाया।