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आजादी से अब तक की संसदीय बहसों का 22 भाषाओं में अनुवाद होगा; ओम बिड़ला का बड़ा ऐलान

पटना में पीठासीन सम्मेलन के समापन सत्र में लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि आजादी से लेकर अब तक की डिबेट का संकलन हिन्दी और अंग्रेजी में होगा, साथ ही 22 भारतीय भाषाओं में अनुवाद होगा। वहीं राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने कहा कि पीठासीन सम्मेलन में लिए गए फैसले से हमारा लोकतंत्र और मजबूत होगा।

sandeep हिन्दुस्तान, पटनाTue, 21 Jan 2025 03:07 PM
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आजादी से अब तक की संसदीय बहसों का 22 भाषाओं में अनुवाद होगा; ओम बिड़ला का बड़ा ऐलान

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने पटना में मंगलवार को 85वें अखिल भारतीय पीठासीन सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा बड़ा ऐलान किया है। उन्होने कहा कि एआई की मदद से 1947 से अबतक के डिबेट का संकलन हिन्दी और अंग्रेजी में प्रकाशित करेंगे। भविष्य में उनका 22 भारतीय भाषाओं में अनुवाद करेंगे। बिड़ला ने कहा कि जनता की भागीदारी बढ़ाकर विधायी संस्थाओं को मजबूत और प्रभावी बनाना है। सम्मेलन में लिए गए निर्णय और संकल्प देश के लोकतंत्र को सशक्त करेंगे। साथ ही जनता के प्रति और जिम्मेवार बनाएंगे। इसी से जनता की अपेक्षाओं को पूरा करेंगे।

पीठासीन सम्मेलन के समापन सत्र में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि हमारा संविधान हमारे प्राचीन मूल्यों को प्रतिबिंबित करते हैं, पीठासीन पदाधिकारी सम्मेलन में लिए गए फैसले से हमारा लोकतंत्र और मजबूत होगा। राज्यपाल ने बताया है, राजनीति का मतलब त्याग, ज्ञान प्राप्त करना संस्कारी होना है। सभी को अपने दिल में समाहित करने की क्षमता है। इस मौके पर पीठासीन पदाधिकारियों से उन्होने कहा कि लोक कल्याण और लोक संग्रह के लिए आपको काम करना है ताकि हर व्यक्ति तक न्याय पहुंच सके, जो स्वार्थ के लिए काम करते हैं वे अज्ञानी हैं।

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इससे पहले सेंट्रल हॉल में आयोजित दो दिवसीय 85 वें अखिल भारतीय पीठासीन पदाधिकारी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में लोकसभा स्पीकर ने कहा था कि सदनों के अंदर व्यवधान उत्पन्न करना, सदस्यों का बेल में आना, नारेबाजी करना, नियोजित तरीके से सदन को बाधित करना, यह सब चिंता का विषय है। हमें इन सब पर प्रभावी तरीके से रोक लगानी होगी। पीठासीन अधिकारी के रूप में हमारी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि हम सदनों को संविधान की भावना और मूल्यों के अनुरूप चलाएं। उन्होंने कहा कि विधानमंडलों की घटती बैठकें हमारे लिए चिंता का विषय है। विधानमंडलों की बैठकों की घटती संख्या पर रोक लगे।

वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि बिहार गौरवाशाली इतिहास वाला राज्य है। बिहार के गौरवशाली इतिहास को पूरी तरह स्थापित करने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को श्रेष्ठ बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने 2047 का लक्ष्य रखा है। इसमें सबको योगदान देना चाहिए। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार,विप सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप सभापति रामवचन राय और विस के उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण यादव ने भी उद्घाटन सत्र को संबोधित किया था।

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