ई बच्चा है, तुम्हारे पिता को हम ही मुख्यमंत्री बनाए थे; तेजस्वी यादव पर उखड़े नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में मंगलवार को बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को खूब सुनाया। उन्होंने तेजस्वी से कहा कि ई बच्चा है, इसको कुछ पता नहीं है, तुम्हारे पिता (लालू यादव) को हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। सीएम ने तेजस्वी को बच्चा बताया और कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव को हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए सीएम ने आरजेडी काल के दिनों को याद दिलाते हुए विपक्ष को खूब सुनाया। मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान उनकी तेजस्वी यादव और विपक्षी सदस्यों से नोंकझोंक भी खूब हुई।
सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को सदन में अपना भाषण शुरू करते ही अपनी सरकार की तुलना लालू-राबड़ी राज से करने लगे। इस पर विपक्षी विधायक भड़क गए और हंगामा करने लगे। फिर सीएम नीतीश भी तल्ख हो गए। उन्होंने तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि ई बच्चा है, इसे क्या पता है। तुम्हें नहीं पता कि 2005 से पहले शाम के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। हम केंद्र में मंत्री थे, सांसद थे, अपने इलाके में जाते थे तो पैदल ही जाना पड़ता था। समाज में बहुत विवाद होता था। हिंदू मुस्लिम का झगड़ा बहुत होता था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले बिहार में बिजली की स्थिति भी बहुत खराब थी। उन्होंने आरजेडी नेताओं पर आरोप लगाया कि वह मुसलमानों का वोट लेते हैं, लेकिन उनके लिए कुछ काम नहीं किया। सीएम ने दावा किया कि सत्ता में आने के बाद 2006 में ही उनकी सरकार ने कब्रिस्तान की घेराबंदी की। तब से लेकर राज्य में हिंदू मुस्लिम दंगे नहीं हुए हैं। सीएम ने भागलपुर दंगे का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे ही हम सत्ता में आए तो सभी गड़बड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। वहां पर जितने भी मुस्लिम परिवारों को दिक्कत थी, हमने दूर की।
बीपीएससी शिक्षक बहाली पर आमने-सामने हुए नीतीश और तेजस्वी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए सदन में कहा कि 2005 में सत्ता में आने के बाद हमने नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की थी। इसके बाद सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की जरूरत बढ़ी तो 2023 में दो चरणों में 2.17 लाख नए शिक्षकों की बहाली हुई। जो नियोजित शिक्षक थे, उनमें से भी 28 हजार लोगों ने बीपीएससी परीक्षा पास की और परमानेंट टीचर बन गए। फिर सरकार नियोजित शिक्षकों के लिए छोटी छोटी सक्षमता परीक्षा लेकर आई। इसमें भी दो राउंड में 2.53 लाख नियोजित शिक्षक पास हुए।
इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपनी सीट पर खड़े हुए और उन्होंने सीएम को टोकते हुए कहा कि यह काम महागठबंधन सरकार के दौरान उन्होंने करवाया था। सीएम नीतीश फिर भड़क गए और उन्होंने तेजस्वी यादव को जमकर सुनाया। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने कोई काम नहीं था, सब हम काम हमने किया है। आरजेडी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार इन्हें साथ लिए थे तो हरा दिया। दूसरी बार भी गड़बड़ किया और हरा दिया।
सीएम नीतीश ने तेजस्वी से कहा, "तुम्हारे पिता को भी हम ही सीएम बनाए थे। तुम्हारे जाति वाले भी आपत्ति कर रहे थे कि काहे बना दिए। लालू यादव पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग को खत्म कर खाली पिछड़ा वर्ग करने वाले थे। हमने इसका विरोध किया था। फिर हम अलग हो गए थे।"
सीएम नीतीश के विधानसभा में संबोधन के दौरान कई बार विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करते हुए अपना विरोध जताया। स्पीकर ने उन्हें शांत रहने को कहा लेकिन वे नहीं माने। मुख्यमंत्री हंगामे के बीच ही अपना भाषण देते रहे। फिर विपक्ष ने सदन का बायकॉट कर दिया। सीएम ने कहा कि 2005 से पहले बिहार में बिजली बहुत कम थी। राजधानी पटना में 8 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं रहती थी, पानी की भी बहुत समस्या थी। पीने का पानी लेने के लिए बहुत दूर जाना पड़ता था, हमने हर घर नल का जल, हर घर शौचालय और हर घर बिजली पहुंचाने का काम किया। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। अगला जो चुनाव होगा उसमें अगला जो चुनाव होगा इन्हें कुछ नहीं मिलेगा।