विजय सिन्हा का खून जलाने के लिए नीतीश ने सम्राट को गले लगाया, तेजस्वी का करारा तंज
तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा में बोलते हुए मंगलवार को कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने विजय सिन्हा का खून जलाने के लिए सदन में सम्राट चौधरी को गले लगाया था।

बिहार विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दोनों डिप्टी सीएम की खूब चुटकी ली। एक दिन पहले बजट पेश करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी को गले लगाए जाने पर तेजस्वी ने तंज कसा। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश ने दूसरे डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का खून जलाने के लिए सम्राट को गले लगाया था। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष और डिप्टी सीएम सिन्हा के बीच सदन में नोंकझोंक भी हुई।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने सदन में मंगलवार को अपने भाषण के दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि वह पांच साल पुराने भाजपाई हैं। पहले वह हमारी पार्टी (आरजेडी) में थे। लालू यादव ने ही उन्हें पहली बार मंत्री बनाया था। ये असली आरएसएस भाजपाई नहीं हैं।
तेजस्वी ने आगे कहा कि कल सीएम नीतीश कुमार इनके गले लगे तब उन्हें बड़ा अच्छा लगा। ऐसा लगा कि डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का खून जलाने के लिए ये लोग गले लगे। सिन्हा जब स्पीकर के पद पर थे, तब नीतीश से उनका क्या हुआ ता, वो सब लोगों ने देखा है। तेजस्वी के भाषण के दौरान ही सिन्हा सदन में पहुंचे और अपनी सीट पर बैठ गए। इस पर भी नेता प्रतिपक्ष ने चुटकी लेते हुए कहा कि विजय सिन्हा आ गए हैं। वो पीछे-पीछे कैसे रहेंगे। वे (सम्राट) पहुंच गए तो ये भी पहुंच गए।
आरजेडी नेता ने कहा कि विजय सिन्हा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर कहा था कि उनका सपना तभी साकार होगा जब बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनेगा। दूसरी ओर, सम्राट चौधरी कह रहे हैं कि नीतीश अभी 15 साल और काम करेंगे। एक डिप्टी सीएम कुछ बोलता है, दूसरा कुछ और बोल रहा है। इस पर विजय सिन्हा बीच में खड़े हो गए और कहा कि तेजस्वी को पूरी बात पता नहीं है। अटल ने कहा था कि बिहार से जंगलराज को हटाना है, तो कमल खिलाना है, सुशासन लाना है, एनडीए की सरकार बनानी है और नीतीश कुमार को सुशासन के लिए लाया गया।
इस पर तेजस्वी यादव और विजय सिन्हा के बीच नोंकझोंक हो गई। तेजस्वी ने तल्ख होकर सिन्हा से कहा कि क्या उन्होंने नहीं बोला था कि बीजेपी का सीएम होगा, तभी अटलजी का सपना साकार होगा। हमारे पास वीडियो है। सदन में काहे झूठ बोलते हैं, यह लोकतंत्र का मंदिर हैं। आप टीका लगाए हुए हैं, सनातनी हैं और झूठ बोलते हैं। इस पर, विजय सिन्हा भी दोबारा उठकर खड़े हुए और कहा कि झूठ बोलने की जिम्मेदारी आप लोगों की है। हम अपनी पार्टी के पक्ष में पार्टी के घर के अंदर बात करते हैं। बाहर नीतीश कुमार सुशासन स्थापित करने आए और एनडीए की सरकार बनी, यह कहते हैं। अगर टीका से इतनी नफरत है तो टोपी पहन लीजिए।