बागमती, महानंदा और कमला नदी पर बनेंगे नए बराज, बाढ़ मुक्ति के लिए नीतीश कैबिनेट से मंजूरी
नीतीश कैबिनेट की गुरुवार को हुई बैठक में बागमती, महानंदा और कमला नदी पर नए बराज के निर्माण को स्वीकृति दी गई। इन बराज के बनने से उत्तर बिहार और कोसी-सीमांचल के इलाके में बाढ़ से मुक्ति मिलेगी।
बिहार को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए राज्य में तीन बड़ी नदियों पर नए बराज बनाए जाएंगे। महानंदा नदी पर किशनगंज और बागमती नदी पर सीतामढ़ी के ढेंग एवं कटौंझा के निकट बराज का निर्माण होगा। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जाएगा। वहीं, मधुबनी जिले के जयनगर में कमला नदी पर निर्मित वीयर को बराज में बदला जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में कुल 43 प्रस्तावों पर सहमति प्रदान की गई।
बैठक के बाद कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि महानंदा नदी पर किशनगंज के तैयबपुर में बराज निर्माण के लिए डीपीआर बनाया जाएगा। इसके लिए 20.15 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा सीतामढ़ी में बागमती नदी पर बराज निर्माण के लिए डीपीआर बनाने पर 25.37 करोड़ रुपये खर्च को मंजूरी मिली है।
डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि बिहार में हर साल बाढ़ और सूखे से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए नदियों, नहरों के जल का अधिकतम सदुपयोग किया जाएगा। इसके लिए जल संसाधन विभाग के अंतर्गत वृहद एवं मध्यम सिंचाई तथा बाढ़ रोकने की योजनाओं का क्रियान्वयन होगा।
अपर मुख्य सचिव के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 के बजट में बिहार को त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम, कोसी-मेची अंतर राज्यीय लिंक योजना बराज, नदी प्रदूषण निवारण और सिंचाई परियोजनाओं सहित 20 अन्य परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए 11500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया है।