बिहार के 4 लाख बच्चों का सवाल है, मुख्यमंत्री संज्ञान लें; BPSC छात्रों की मांग पर बोले प्रशांत किशोर
बीपीएससी परीक्षा की दोबारा मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पहुंचे। इस दौरान उन्होने कहा कि जब भी छात्र मार्च निकालेंगे वह उसमें निश्चित रूप से शामिल होंगे। साथ ही सरकार से कमेटी बनाकर छात्रों के मुद्दों का समाधान निकालने की अपील की।
70वीं बीपीएससी परीक्षा दोबारा कराने की मांग पर अड़े अभ्यर्थियों को सियासी दलों का भी साथ मिल रहा है। जन सुराज पार्टी का भी पूरा सपोर्ट छात्रों के साथ है। शुक्रवार को प्रशांत किशोर एक बार फिर से छात्रों से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होने कहा कि बिहार के 4 लाख बच्चों का सवाल है। मेरी सरकार से अपील है कि मुख्यमंत्री या फिर बड़े अधिकारी जो इसके जिम्मेदार हैं, वो एक कमेटी बनाये और छात्रों के मुद्दों का समाधान निकालें। साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि जब भी छात्र मार्च निकालेंगे वो उसमें निश्चित रूप से शामिल होंगे। वहीं दूसरी तरफ बीएससी अभ्यर्थियों के मार्च का नेतृत्व करने की पीके की घोषणा के बाद उनके शेखपुरा आवास पर पुलिस पहुंची है।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि आपको पुलिस से पूछना चाहिए कि वे यहां क्यों हैं? वे सोच रहे होंगे कि मैं छात्रों के साथ मार्च निकालूंगा। हमारी सोच है कि मामला शांति से सुलझ जाए। मैं सरकार से अपील करना चाहूंगा कि वह एक कमेटी बनाये और छात्रों के मुद्दों का समाधान निकाले, क्योंकि सवाल बिहार के 4 लाख बच्चों का है। इससे पहले गुरूवार को भी पीके ने छात्रों से मुलाकात की थी।
इससे पहले प्रशांत किशोर ने भरोसा दिलाया था कि अब उन पर लाठीचार्ज नहीं होगा। अगर ऐसा हुआ तो बिहार की सरकार गिर जाएगी। उन्होने कहा कि अगर पुलिस ने फिर से छात्रों पर लाठी चलाई तो, पहली लाठी वो खाएंगे। इससे पहले जन सुराज के अध्यक्ष मनोज भारती ने भी प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की थी। आपको बता दें बुधवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया था। जिसमें कई छात्र घायल हुए थे। राजद नेता तेजस्वी यादव समेत अन्य विपक्षी नेता भी धरना स्थल पर पहुंचकर अभ्यर्थियों का समर्थन कर चुके हैं।
दरअसल पटना के गर्दनीबाग में अनशन कर रहे छात्रों की मांग है कि बीपीएससी परीक्षा दोबारा कराई जाए। छात्रों का शिकायत है 13 दिसंबर को हुई परीक्षा में गड़बडी हुई थी। कई छात्रों को देरी से प्रश्न पत्र मिले थे। और कई प्रश्न पत्रों की सील टूटी हुई थी। जिसके बाद से छात्र रीएग्जाम की मांग कर रहे हैं।