शिक्षकों के ट्रांसफर के आवेदन 7 नवंबर से, अप्लाई करने के लिए मिलेंगे 15 दिन
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने कहा कि शिक्षकों के तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 7 नवंबर से शुरू हो जाएगी। शिक्षकों को अपनी पसंद के विकल्प चुनने के लिए 15 दिनों का समय दिया जाएगा।
Bihar Teachers Transfer: बिहार के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों से ट्रांसफर के लिए आवेदन 7 नवंबर से लिए जाएंगे। शिक्षकों को इसके लिए 15 दिन यानी करीब दो सप्ताह का समय दिया जाएगा। यही नहीं, उन्हें दिसंबर के अंतिम सप्ताह के पहले नया स्कूल भी आवंटित कर दिया जाएगा। यह जानकारी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शनिवार को दी। उन्होंने बताया कि नए साल में शिक्षक नए विद्यालय में योगदान देंगे।
एसीएस ने कहा कि वेबसाइट का ट्रायल सफल रहा और अब हम आगे की कार्रवाई करेंगे। शनिवार को विभागीय पदाधिकारियों व जिला शिक्षा पदाधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा हो गया। पिछले एक सप्ताह से ट्रायल किया जा रहा था। अब दो दिन परीक्षण करेंगे और छठ के पहले इसे शिक्षकों के लिए लाइव कर देंगे। सबको अपने-अपने विकल्प के अनुसार आवेदन के लिए 15 दिनों का समय देंगे। उन्होंने कहा कि सोमवार को इसको लेकर तैयार नई गाइडलाइन भी जारी करेंगे।
डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि सारे तबादले नई नीति के अनुसार ही होंगे। महिला शिक्षक पंचायतों का जबकि पुरुष शिक्षक अनुमंडलों का 10-10 विकल्प देंगे। सबसे बड़ी बात यह होगी कि कोई आवेदक अंतिम तिथि तक अपने विकल्पों में बदलाव कर सकता है। अंतिम दिन वे जो विकल्प देंगे, वही मान्य रहेगा। इसके बाद हम 10 दिनों में आगे की प्रक्रिया पूरी करेंगे और शिक्षकों को उनका विद्यालय आवंटित करेंगे। सारी प्रक्रिया मुख्यालय स्तर से होगी और इसमें जिलों का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। पूरी व्यवस्था पारदर्शी होगी। भविष्य में यदि कोई मामला सामने आता है तो जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी उसे सुलझाएगी। सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों को भी तबादले का विकल्प देना होगा, तभी उनके आवेदन मान्य होंगे।
बच्चों के चेहरे से बनेगी हाजिरी
सरकारी विद्यालयों में बच्चों के चेहरे से हाजिरी बनेगी। इससे ही उनकी उपस्थिति की जानकारी ली जाएगी। इस तकनीक का ट्रायल सफल रहा है। पहली जनवरी से विद्यार्थियों की हाजिरी की यह नई व्यवस्था लागू हो जाएगी। हाजिरी के बाद टैब छात्र-छात्राओं के चेहरों से उपस्थिति की पुष्टि करेगा। यह जानकारी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने दी। वे ‘शिक्षा की बात’ कार्यक्रम के तहत शनिवार को शिक्षकों से आनलाइन रू-ब-रू थे।
इस दौरान उन्होंने चुने हुए 10 सवालों के जवाब भी दिये। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि बच्चों की हाजिरी के बाद नई तकनीक से युक्त टैब रात में उसपर काम करेगा। हाजिरी के बाद ही वह बच्चों की चेहरे की जानकारी मांगेगा। वह बता देगा कौन बच्चा सही में विद्यालय आया था। यदि 10 बच्चा आया था तो 50 की हाजिरी अब कोई नहीं बना सकेगा। उन्होंने कहा कि ई-शिक्षा कोष के माध्यम से नई तकनीक का ट्रायल सफल रहा है।
कक्षा 5 वीं व 8 वीं में होगा ओलंपियाड
डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि सरकारी विद्यालयों में कक्षा 5 वीं और 8 वीं में ओलंपियाड आयोजित करने की योजना पर काम हो रहा है। खासकर गणित और विज्ञान ओलंपियाड का आयोजन किया जाएगा। लेकिन, बच्चों के लिए यह वैकल्पिक होगा। सभी वर्ग में ओलंपियाड का आयोजन मुश्किल है। क्योंकि, सरकारी विद्यालयों में बच्चों की संख्या दो करोड़ से अधिक है। लेकिन, हम आगे इसे विस्तारित करने पर भी विचार करेंगे।