निर्धारित अवधि से अधिक कार्य लेने के मुद्दे पर जिला प्रशासन व कर्मचारियों की तल्खी बढ़ी
जिला प्रशासन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जबरन अतिरिक्त कार्य नहीं लेने की बात कही

बेगूसराय, हमारे प्रतिनिधि। सरकारी कर्मचारियों से निर्धारित अवधि से अधिक कार्य लेने के मुद्दे पर जिला प्रशासन व संबंधित कर्मचारियों की तल्खी बढ़ गई है। 15 मई को अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई की ओर से निर्धारित अवधि से अधिक कार्य लेने समेत विभिन्न मुद्दे को लेकर कलेक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन किया गया था। इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की जिला शाखा बेगूसराय की ओर से 15 मई को समाहरणालय के दक्षिण द्वार पर दिये गये धरना प्रदर्शन किया गया था। इसमें कर्मियों से अधिक कार्य लेने की बात कही गई है।
जिला प्रशासन इसका खंडन करता है। जिला प्रशासन ने इस संबंध में बताया कि बेगूसराय जिला अंतर्गत सभी कार्यालय के कर्मी ऑफिस के निर्धारित समय पर ही कार्य करते है। उनसे किसी प्रकार का समय से अतिरिक्त कार्य नहीं लिया जाता है। केवल विधि व्यवस्था, निर्वाचन कार्य एवं सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं के कार्य को देखते हुए कुछ अधिकारी एवं कर्मी स्वेच्छा से कार्य अवधि के बाद भी अपने कार्या एवं दायित्वों का निर्वाहन करते हैं। पूर्व में भी संघ के शिष्ट मंडल की ओर से डीएम से मिलकर मांगों के संबंध में बताया गया था। इसमें सौहार्दपूर्ण वातावरण में सभी बातों पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया था। संबंधित विभाग एवं कार्यालय प्रधान को इस संबंध में निर्देशित भी किया गया था। जिला प्रशासन ने संघ के पदाधिकारियों व धरना में शामिल कर्मियों को धरना प्रदर्शन कर सरकार के महत्वपूर्ण कार्य में बाधा डालने पर नियमानुसार कार्रवाई करने की भी बात कही है। इधर, इस संबंध में सदर एसडीओ राजीव कुमार ने बताया कि अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ को दक्षिणी द्वार पर स्टैटिक रूप से धरना देने की अनुमति दी गई थी। कर्मचारियों ने अशोभनीय तरीके से जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। जुलूस की अनुमति नहीं दी गई थी। कर्मचारियों को किसी भी संस्था के मुखिया के पद की गरिमा का ख्याल भी रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से इस मामले में विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। क्या है मामला गौरतलब है कि बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की जिला शाखा बेगूसराय की ओर से 15 मई को अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शशिकांत राय, राज्य महासंघ के महामंत्री सुबेश सिंह, बेगूसराय जिला मंत्री मोहन मुरारी के नेतृत्व में लाल झंडे एवं बैनरों के साथ रैली निकाल कर विरोध जताया गया था। प्रर्दशन में शामिल कर्मचारी बैनर झंडा के साथ डीएम के रवैया के खिलाफ नारे लगा रहे थे। संघ के नेताओं ने डीएम पर तानाशाही कार्यशैली अपनाते हुए देर रात्रि तक कार्यालय खोलकर कार्य लेने का आरोप लगाया था। असमय अपरिपक्व स्थानांतरण व अमर्यादित भाषा शैली का उपयोग करने की बात कही थी। संघ के नेताओं का कहना था कि एक तरफ कर्मचारियों का समय से वेतन, एसीपी, एमएसीपी नहीं हो पाता है। नगर निगम कर्मचारियों का मानदेय महिनो तक लंबित रहता है। आशा, ममता, भैक्सिन कोरियर, आंगनवाड़ी वर्कर का प्रोत्साहन राशि ससमय नहीं मिलता है। वहीं जब इस संबंध में जिला महासंघ का शिष्टमंडल डीएम से मिलकर बात करने का प्रयास किया तो उनके रवैए में कोई परिवर्तन नहीं था।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।