सावधानी व एहतियात बचाएगा डेंगू से
राष्ट्रीय डेंगू दिवस आजराष्ट्रीय डेंगू दिवस आज बांका। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि भीषण गर्मी के बाद या फिर मानसून के बदलाव पर डेंगू का खतरा बढ़ जाता है।

बांका, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। भीषण गर्मी के बाद या फिर मानसून के बदलाव पर डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। खासकर, बरसात के मौसम में मक्खी व मच्छरों से बचाव की जरूरत है। इस मौसम में मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू फैलने का खतरा लगातार बना है। बारिश होने के बाद जगह-जगह पानी जमा होने के कारण मच्छरों के पनपने की वजह से डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इन बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी व एहतियात जरूरी है। एक ओर जहां आमलोगों को मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए सफाई का ध्यान रख आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए, ताकि लारवा न पनप सके।
वहीं दूसरी ओर डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग को भी सजग व सतर्कता के साथ आमलोगों को जागरूक करने की जरूरत है। डॉक्टर के अनुसार, मच्छर जब डेंगू मरीज को काटता है तो यह वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है। डेंगू वायरस वाला मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है तो वह भी डेंगू वायरस पीड़ित हो जाते हैं। मच्छर काटने के लगभग तीन से पांच दिन में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं और बुखार होने में दस दिन का समय भी लग सकता है। डेंगू के साधारण बुखार के अलावा हेमरेजिक और शाक सिड्राम बुखार भी होते हैं जो खतरनाक साबित हो सकते हैं। शहर के डॉ. अशोक सिंह ने बताया कि डेंगू बुखार के कारण मरीज को ठंड लगना, अचानक तेज बुखार, सिर-मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्सों में दर्द, कमजोरी, मुंह का स्वाद खराब होना, शरीर के अंगों पर लाल-गुलाबी चिकत्ते जैसे लक्षण हो सकते हैं। डेंगू से बच्चों का इम्युन सिस्टम कमजोर होता है। अधिकतर बच्चे खुले में रहते हैं, इसलिए बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं और आसपास गंदगी जमा न होने दें। बुखार की सूरत में चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें। बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य को लेकर सावधानी की जरूरत है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए खानपान काफी महत्व रखता है। इसलिए उबला पानी ठंडा करके पियें, मैदा से बनी बासी वस्तुएं न खाएं, भोजन में हल्दी, अजवाइन, अदरक, हींग का प्रयोग, पत्तेदार सब्जियों से परहेज करना चाहिए। अधिक मिर्च मसाले या तला-भुना खाने से बचें। छाछ, नारियल पानी, नींबू पानी, विटामिन-सी वाली वस्तुओं में आंवला, संतरा, मौसमी का अधिक सेवन करें। सिविल सर्जन डॉ. अनिता कुमारी ने बताया कि सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए अलग बेड की पर्याप्त व्यवस्था की जाती है। जरूरत आने पर डोर-टू-डोर लोगों को डेंगू के प्रति सावधानी बरतने के साथ जागरूक भी स्वास्थ्य कर्मी द्वारा किया जाता हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।