अतुल सुभाष सुसाइडः समस्तीपुर में भी एफआईआर दर्ज, प्रशासन से माता-पिता ने की यह मांग
आवेदन में उन्होंने यह भी कहा था कि आरोपित ससुराल पक्ष के साथ रह रहे पोते व्योम के संबंध में उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं है कि वह कहां और किस हालत में है। इसी के आधार पर केस दर्ज किया गया है।
बिहार के समस्तीपुर के अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में बेंगलुरु पुलिस के बाद पूसा के वैनी थाने की पुलिस की भी इंट्री हो गयी है। दिवंगत अतुल सुभाष के चार साल के पुत्र व्योम की सुरक्षा व बरामदगी के लिए माता-पिता के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद वैनी पुलिस ने जांच की कारवाई शुरू कर दी है। फिलहाल थानाध्यक्ष ने मामले में दिशा निर्देश के लिए पत्र भेजा है।
वैनी थाना अध्यक्ष आनंद शंकर गौरव ने बताया कि आवेदन के आधार एफआईआर दर्ज करने के बाद अग्रेतर कारवाई के लिए उच्च अधिकारी से मार्गदर्शन मांगा गया है। उनके निर्देश के आलोक में अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी। बता दें कि अतुल सुभाष के पिता पवन मोदी व मां अंजू देवी ने अपने चार वर्षीय पोते व्योम मोदी के साथ अनहोनी की आशंका जताते हुए वैनी थाना में बुधवार को आवेदन देकर उसे बरामद कर उनके हवाले करने की गुहार लगायी थी। प्राथमिकी के लिए दिये गये आवेदन में पुत्र अतुल सुभाष की मौत के कारणों की विस्तार से जानकारी देते हुए बेंगलुरू में केस दर्ज कराने एवं उसके आधार पर आरोपित पत्नी, सास व साले की गिरफ्तारी की भी जानकारी दी थी।
आवेदन में उन्होंने यह भी कहा था कि आरोपित ससुराल पक्ष के साथ रह रहे पोते व्योम के संबंध में उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं है कि वह कहां और किस हालत में है। उन्होंने आवेदन में उसकी हत्या करने की आशंका जताते हुए मामले की जांच कर जल्द से जल्द उसे बरामद कर उनके संरक्षण में देने का आग्रह किया था। इधर अतुल सुभाष के प्रति संवेदना व्यक्त करने वाले व हरसंभव सहयोग का भरोसा देने वाले लोगों का आना-जाना गुरुवार को भी जारी रहा।
अतुल के समर्थन में माले ने निकाला न्याय दो मार्च
वैनी बाजार निवासी दिवंगत एआई इंजीनियर अतुल सुभाष को न्याय दिलाने की मांग को लेकर गुरुवार को भाकपा-माले के कार्यकर्ताओं ने पूसा के दक्षिणी हरपुर में न्याय दो मार्च निकाला। हरपुर चौक के निकट से निकला न्याय मार्च बिशनपुर मोड़ के पास पहुंचने के बाद सभा में तब्दील हो गया। इस दौरान कार्यकर्ता अतुल सुभाष को न्याय दो, घूस मांगने वाले आरोपित अधिकारी पर कार्रवाई करो आदि नारे लगा रहे थे। न्याय मार्च का नेतृत्व प्रखंड सचिव अमित कुमार ने किया। मौके पर आयोजित सभा में प्रखंड सचिव ने कहा कि अतुल सुभाष के डेथ नोट में कोर्ट की कार्यशली समेत पत्नी व ससुराल के लोगों के विरूद्ध लगाये गये आरोपों की विस्तृत व बारीकी से जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। जिससे अन्य गलत करने वाले भी इससे सीख ले सकें। उन्होंने अतुल सुभाष के चार साल के पुत्र व्योम को उसके दादा-दादी को सौंपने की मांग की। मौके पर प्रखंड कमेटी सदस्य रविन्द्र सिंह, दिनेश राय,अखिलेश सिंह, सुरेश कुमार, जितेन्द्र राय,भाग्यनारायण राय, अजय कुमार, अन्नू देवी, पूनम देवी, सविता कुमारी, अनिषा देवी आदि मौजूद थे।