बीजेपी की मांग के बाद अब तेजस्वी ने भरी हामी, बोले- नीतीश कुमार को मिलना चाहिए भारत रत्न
जेडीयू, बीजेपी के बाद अब आरजेडी ने भी नीतीश कुमार को भारत रत्न मिलने की वकालत की है। एक सवाल के जवाब में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को भारत रत्न जरूर मिलना चाहिए।
जनता दल यूनाइटेड, बीजेपी के बाद अब लालू यादव की आरजेडी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की वकालत की है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से पटना में जब पत्रकारों ने सवाल किया, कि नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग उठ रही है, तो जवाब में तेजस्वी ने कहा कि बिल्कुल मिलना चाहिए। इससे पहले 70वीं बीपीएससी परीक्षा दोबारा कराने की छात्रों की मांग का समर्थन करते हुए नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला।
आपको बता दें इससे पहले बेगूसराय से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग उठाई है। उन्होने कहा कि नीतीश कुमार के सत्ता में आने से पहले बिहार खस्ताहाल सड़कों, स्कूलों और इमारतों के लिए जाना जाता था, जिन्होंने राज्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. इसी तरह, नवीन पटनायक ने इतने सालों तक ओडिशा की सेवा की. उनके जैसे नेता भारत रत्न जैसे सर्वोच्च सम्मान के हकदार हैं। वहीं जेडीयू की ओर से भी नीतीश को सर्वोच्च सम्मान दिए जाने की मांग उठती रही है। हाल में एक कार्यक्रम में जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की थी, कि वह नीतीश कुमार को भारत रत्न से सम्मानित करें क्योंकि उन्होंने बिहार जैसे असफल राज्य को विकास और प्रगति के पथ पर स्थापित किया है।
वहीं अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की वकालत करना सबको हैरत में डाल रहा है। जो बताता है कि नीतीश कुमार के लिए आरजेडी के दिल में अभी भी सॉफ्ट कॉर्नर है। इससे पहले राजद विधायक ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में वापस आने का ऑफर दिया था। जिसे हालांकि नीतीश कुमार ने सिरे ठुकरा दिया है। लेकिन तेजस्वी का बयान बिहार की सियासत में कई चर्चा को बढ़ावा देने वाला है।
वहीं 70वीं बीपीएससी परीक्षा दोबारा कराने की मांग कर रहे छात्रों के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि प्रदेश के 20 साल से मुख्यमंत्री छात्रों और परीक्षार्थियों को अपने अधीन पुलिस और अधिकारियों से थप्पड़ से लेकर लाठी-डंडों से पिटवा कर युवक-युवतियों को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक पीड़ा पहुंचा रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार किसी भी घटना पर सदन में, सचिवालय में या प्रेस में एक शब्द भी कार्रवाई का नहीं बोले। जनता से विमुख एक गिरोह सरकार चला रहा है। बीजेपी के इनके वरीय सहयोगी उपमुख्यमंत्री की उपस्थिति में ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, माता सीता तथा महिला कलाकार को सरेआम मंच पर अपमानित कर रहे है। बापू के सात सामाजिक पापों के पर्चे चिपकवाकर झूठी चर्चा बटोरने वाले खुद बापू के अपमान पर चुप्पी ओढ़कर सामाजिक पाप हासिल कर रहे हैं।