टीचर छह लेकिन स्कूल में एक भी नहीं, छात्र 137 क्लास में सिर्फ 35; ACS एस सिद्धार्थ ने लापरवाही पर DEO से मांगा जवाब
मधुबनी के टेंगरा मुशहरी में स्थित प्राथमिक स्कूल का वर्जुअल निरीक्षण के दौरान मिली लापरवाही को लेकर एसीएस एस सिद्धार्थ ने डीईओ से जवाब तलब किया है। और 15 दिसंबर तक का समय दिया है। निरीक्षण के दौरान पता चला कि टोला सेवक भरोसे पूरा स्कूल चल रहा है।
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मधुबनी के डीईओ से काम में लापरवाही को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। इसके लिए डीईओ को 15 दिसंबर का समय दिया गया है। जानकारी के मुताबिक अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मधुबनी के टेंगरा मुशहरी में स्थित प्राथमिक स्कूल का का वर्जुअल निरीक्षण किया था। जिसमें टोला सेवक के भरोसे स्कूल चल रहा था। स्कूल में 6 शिक्षकों की पोस्टिंग है, लेकिन निरीक्षण में सभी शिक्षक अनुपस्थित थे। 137 छात्रों का नामांकन है, लेकिन 35 ही उपस्थित थे।
यही नहीं 1 से 5 तक के कक्षा के लिए 2 कमरे उपलब्ध हैं। जबकि छात्र जमीन पर बोरा बिछा करके पढ़ाई करते हैं। इस मामले को लेकर अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने पत्र लिख कर कहा है कि स्कूल में अनियमितता, दयनीय शैक्षणिक स्थित एवं अव्यवस्था के लिए आप जिम्मेदार है। इससे पहले जब स्कूल की स्थिति जानने के लिए एसीएस एस सिद्धार्थ ने वीडियो कॉल कर हाल जाना तो पता चला कि स्कूल में छह शिक्षक हैं, लेकिन वहां मौजूद सिर्फ एक टीचर थे, जो सब्जी लेने गए थे।
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मधुबनी के डीईओ से काम में लापरवाही को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। इसके लिए डीईओ को 15 दिसंबर का समय दिया गया है। जानकारी के मुताबिक अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मधुबनी के टेंगरा मुशहरी में स्थित प्राथमिक स्कूल का का वर्जुअल निरीक्षण किया था। जिसमें टोला सेवक के भरोसे स्कूल चल रहा था। स्कूल में 6 शिक्षकों की पोस्टिंग है, लेकिन निरीक्षण में सभी शिक्षक अनुपस्थित थे। 137 छात्रों का नामांकन है, लेकिन 35 ही उपस्थित थे।
यही नहीं 1 से 5 तक के कक्षा के लिए 2 कमरे उपलब्ध हैं। जबकि छात्र जमीन पर बोरा बिछा करके पढ़ाई करते हैं। इस मामले को लेकर अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने पत्र लिख कर कहा है कि स्कूल में अनियमितता, दयनीय शैक्षणिक स्थित एवं अव्यवस्था के लिए आप जिम्मेदार है। इससे पहले जब स्कूल की स्थिति जानने के लिए एसीएस एस सिद्धार्थ ने वीडियो कॉल कर हाल जाना तो पता चला कि स्कूल में छह शिक्षक हैं, लेकिन वहां मौजूद सिर्फ एक टीचर थे, जो सब्जी लेने गए थे।
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इसके अलावा क्लास में न तो बेंच थी, न ही डेस्क थी। खाना का सामान भी कक्षा में ही रखा गया था। टोला सेवक के भरोसे पूरा स्कूल छोड़ दियाा गया था। एसीएस ने वीडियो कॉल करके पूरी क्लास का हाल जाना। जिसमें पता चला कि स्कूल में 137 छात्र हैं, लेकिन बच्चों की क्लास में मौजूदगी सिर्फ 35 थी। जिसको लेकर ACS एस सिद्धार्थ ने नाराजगी जाहिर की थी।