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रोजाना करें ये छोटा सा उपाय, बन जाएंगे धनवान, मां लक्ष्मी की बरसने लगेगी कृपा, दुख-दर्द होंगे दूर

Maa Laxmi Upay Remedies : हर व्यक्ति चाहता है कि जीवन सुखमय रहे और आर्थिक स्थिति मजबूत रहे। धन की कमी को दूर करने के लिए मां लक्ष्मी की अराधना करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीMon, 27 May 2024 06:06 AM
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Maa Laxmi Upay : हर व्यक्ति चाहता है कि जीवन सुखमय रहे और आर्थिक स्थिति मजबूत रहे। धन की कमी को दूर करने के लिए मां लक्ष्मी की अराधना करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। जिस व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा होती है, उसे जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी का वास उसी घर में होता है जहां स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए घर में स्वच्छता रखें और सभी लोगों से प्रेम से बात करें। उस घर में भी मां लक्ष्मी नहीं रहती हैं जहां लोग क्रोध करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान भाव के भूखे होते हैं। भगवान को प्रसन्न करने के लिए व्यक्ति को भाव से पूजा- अर्चना करनी चाहिए। मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। मां लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। रोजाना मां लक्ष्मी की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामानाएं पूरी हो जाती हैं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए रोजाना मां के 108 नामों का जप करना चाहिए और मां की आरती जरूर करें और मां को भोग लगाएं। 

मां लक्ष्मी आरती

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन * सेवत हरि विष्णु विधाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता

सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता

जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता

कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता

सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता

खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता

रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता

उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

तुमको निशदिन सेवत,

मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता

ॐ जय लक्ष्मी माता-2

मां लक्ष्मी के 108 नाम

1. प्रकृती

2. विकृती

3. विद्या

4. सर्वभूतहितप्रदा

5. श्रद्धा

6. विभूति

7. सुरभि

8. परमात्मिका

9. वाचि

10. पद्मलया

11. पद्मा

12. शुचि

13. स्वाहा

14. स्वधा

15. सुधा

16. धन्या

17. हिरण्मयी

18. लक्ष्मी

19. नित्यपुष्टा

20. विभा

21. आदित्य

22. दित्य

23. दीपायै

24. वसुधा

25. वसुधारिणी

26. कमलसम्भवा

27. कान्ता

28. कामाक्षी

29. क्ष्रीरोधसंभवा, क्रोधसंभवा

30. अनुग्रहप्रदा

31. बुध्दि

32. अनघा

33. हरिवल्लभि

34. अशोका

35. अमृता

36. दीप्ता

37. लोकशोकविनाशि

38. धर्मनिलया

39. करुणा

40. लोकमात्रि

41. पद्मप्रिया

42. पद्महस्ता

43. पद्माक्ष्या

44. पद्मसुन्दरी

45. पद्मोद्भवा

46. पद्ममुखी

47. पद्मनाभाप्रिया

48. रमा

49. पद्ममालाधरा

50. देवी

51. पद्मिनी

52. पद्मगन्धिनी

53. पुण्यगन्धा

54. सुप्रसन्ना

55. प्रसादाभिमुखी

56. प्रभा

57. चन्द्रवदना

58. चन्द्रा

59. चन्द्रसहोदरी

60. चतुर्भुजा

61. चन्द्ररूपा

62. इन्दिरा

63. इन्दुशीतला

64. आह्लादजननी

65. पुष्टि

66. शिवा

67. शिवकरी

68. सत्या

69. विमला

70. विश्वजननी

71. तुष्टि

72. दारिद्र्यनाशिनी

73. प्रीतिपुष्करिणी

74. शान्ता

75. शुक्लमाल्यांबरा

76. श्री

77. भस्करि

78. बिल्वनिलया

79. वरारोहा

80. यशस्विनी

81. वसुन्धरा

82. उदारांगा

83. हरिणी

84. हेममालिनी

85. धनधान्यकी

86. सिध्दि

87. स्त्रैणसौम्या

88. शुभप्रदा

89. नृपवेश्मगतानन्दा

90. वरलक्ष्मी

91. वसुप्रदा

92. शुभा

93. हिरण्यप्राकारा

94. समुद्रतनया

95. जया

96. मंगला देवी

97. विष्णुवक्षस्स्थलस्थिता

98. विष्णुपत्नी

99. प्रसन्नाक्षी

100. नारायणसमाश्रिता

101. दारिद्र्यध्वंसिनी

102. देवी

103. सर्वोपद्रव वारिणी

104. नवदुर्गा

105. महाकाली

106. ब्रह्माविष्णुशिवात्मिका

107. त्रिकालज्ञानसम्पन्ना

108. भुवनेश्वरी

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