VIDEO: महाकुंभ में वायरल सुंदरी हर्षा रिछालिया ने किया शाही स्नान, बोलीं- खुद को तृप्त कर लिया
महाकुंभ में सबसे खूबसूरत साध्वी के नाम से मशहूर हुईं हर्षा रिछालिया ने भी मकर संक्रांति के मौके पर मंगलवार को संगम में डुबकी लगाई। निरंजनी अखाड़े के संतों के साथ ही हर्षा भी स्नान के लिए पहुंचीं।
महाकुंभ में सबसे खूबसूरत साध्वी के नाम से मशहूर हुईं हर्षा रिछालिया ने भी मकर संक्रांति के मौके पर मंगलवार को संगम में डुबकी लगाई। निरंजनी अखाड़े के संतों के साथ ही हर्षा भी स्नान के लिए पहुंचीं। भले ही एक दिन पहले खुद को साध्वी नहीं कहने की अपील कर दी थी लेकिन शाही स्नान के लिए रथ पर किसी साध्वी की तरह भगवा वेशभूषा में हर्षा दिखाई दीं। स्नान के बाद उन्होंने एक्स पर अपने अनुभव भी साझा किए। हर्षा ने लिखा कि मैं खुदको बहुत सौभाग्यशाली मानती हूँ जो महादेव और परम् पूज्य गुरुदेव के आशीर्वाद से 144 सालों में लगने वाले इस पूर्ण महाकुंभ का हिस्सा बन पायी और पहले शाही स्नान में डुबकी लगाकर खुद को तृप्त कर लिया, हर हर महादेव।
मंगलवार को मकर संक्रांति के मौके पर अलग अलग अखाड़ों के संतों ने निर्धारित समय पर संगम पहुंचकर शाही स्नान किया। इस दौरान निरंजनी अखाड़े के संतों के साथ हर्षा रिछालिया रथ पर सवार होकर संगम तट तक पहुंचीं। इस दौरान भी उनकी तस्वीरें और वीडियो लेने की होड़ सी दिखाई दी। रथ पर काफी ऊपर बैठीं हर्षा ने इस दौरान भी मीडिया वालों के हर सवाल का जवाब भी देते दिखाई दीं। संगम पर पहुंचने के बाद जब वह पैदल की गंगा तट की ओर निकलीं तो तब भी उनके साथ सेल्फी लेने और उनकी तस्वीरें उतारने की होड़ दी दिखाई दी।
हर्षा शनिवार को अचानक उस वक्त सुर्खियों में आ गईं जब एक मीडिया चैनल की रिपोर्टर ने उनसे कह दिया कि आप इतनी खूबसूरत हैं तो कभी मन नहीं करता साध्वी की वेशभूषा छोड़ दिया जाए। इसके जवाब में हर्षा ने कहा कि सबकुछ छोड़कर ही साध्वी बनी हूं। यह भी कह दिया कि दो साल पहले साध्वी बनी हैं। उनका यह वीडियो वायरल हुआ तो उन्हें महाकुंभ की सबसे खूबसूरत साध्वी का तमगा ही मिल गया। हर तरफ उनकी ही चर्चा होने लगी।
इसी बीच उनके कई पुराने वीडियो और फोटो वायरल होने लगे। बेहद ग्लैमरस इन वीडियो और फोटो के सामने आने के बाद हर्षा ने सोमवार की रात पलटी मार दी। दो दिन पहले तक खुद को सबकुछ छोड़कर साध्वी बनने की बात कहने वाली हर्षा ने अब कहा कि उन्हें साध्वी न कहा जाए। इसके साथ ही कहा कि वह अभी साध्वी बनने की प्रक्रिया में हैं। हालांकि यह भी कहा कि निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर कैलाशागिरी महाराज ने अभी उन्हें संन्यास नहीं लेने को कहा है। महाराज ने कहा है कि मैं अभी गृहस्थ जीवन की जिम्मेदारियों का ही निर्वहन करूं।