दो कर्मी आपस में भिड़े, बीच बचाव में अफसर से भी बहस
Siddhart-nagar News - सीएमओ कार्यालय के स्टोर में सामानों की खरीदारी को लेकर हुई बहस में भिड़ गए। एक-दूसरे पर अपशब्दों का प्रयोग करते हुए घंटों बहस करते रहे। इसमें बीच बचाव

सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। सीएमओ कार्यालय का स्टोर बुधवार को हंगामे का अखाड़ा बना रहा। सामानों की खरीदारी को लेकर दो कर्मी सीएमओ की मौजूदगी में आपस में भिड़ गए। एक-दूसरे पर अपशब्दों का प्रयोग करते हुए घंटों बहस करते रहे। इसमें बीच बचाव करने में लगे अफसर को भी बहस का सामना करना पड़ा। स्टोर में विवाद होता देख कर्मियों की भीड़ लग गई। मामला बढ़ता देख अफसर ने दरवाजा बंद कराकर दोनों में समझौता करा दिया। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग में कार्यक्रमों के सामानों की खरीदारी हो रही है। यह सामान खरीद के बाद ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचना है।
ब्लॉकों की जिम्मेदारी संबंधित एएनएम व सीएचओ को उपलब्ध कराना है। इसके अलावा ग्रामीण अंचल में चल रहे स्वास्थ्य केंद्रों तक सामानों को पहुंचना है, लेकिन जनपद स्तर से ही इसमें बड़ा झोल है। सामान खरीदारी नहीं हो रही है और डीएम को सामान स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध होने की जानकारी दे दी जा रही है। वहीं डीएम डॉ. राजा गणपति आर बुधवार व शनिवार को आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी सत्र का औचक निरीक्षण कर मिलने वाली सुविधाओं की तहकीकात कर रहे हैं। इसमें एएनएम की ओर से सामान उपलब्ध न होने की जानकारी दी जा रही है। इससे जनपद मुख्यालय पर चल रहा खेल उजागर हो रहा है। चर्चा है कि बुधवार को डीएम जोगिया ब्लॉक क्षेत्र के तनेजवा वीएचएसएनडी सत्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान सामानों के उपलब्ध न होने पर सीएमओ को फोन किए। सीएमओ तत्काल डीपीएमयू के एक कर्मी व एनएचएम पटल बाबू को लेकर स्टोर में पहुंचे। यहां सामानों के बारे में जानकारी मांगने पर डीपीएमयू के कर्मी व स्टोर कर्मी से काफी तेज-तेज आवाज में बहस होने लगी। स्टोर कर्मी ने डीपीएमयू के कर्मी से कहा कि सामानों के बारे में जानकारी मांगना तुम्हारा अधिकार नहीं है। सामानों की खरीदारी का जिम्मा डीपीएम व स्टोर इंचार्ज का है, लेकिन तुम अपने खरीदारी करते हो। अपने करीबी फर्म से खरीदारी कराते हो। सामान पूरा आता नहीं है और जब डीएम पूछते हैं तो अपना बचाव करते हुए स्टोर को जिम्मेदार बता देते हो। यह बहस घंटों चलता रहा। स्टोर में यह तमाशा देख कर्मियों की भीड़ जमा हो गई। सीएमओ ने दरवाजा बंद कराकर दोनों में समझौता कराते हुए मामले को सल्टा दिया। सीएमओ की मौजूदगी में हुआ यह बहस चर्चा का विषय बना है। ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, कार्यालय के स्टोर का औचक निरीक्षण करने गया था। सामानों की रखरखाव को देखा गया है। रजिस्टर चेक किया गया। इस दौरान कुछ खामियां मिलने पर डांट फंटकार लगाई गई है। किसी कर्मी में कोई बहस नहीं हुआ है। डॉ. रजत कुमार चौरसिया, सीएमओ ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
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