BJP के खिलाफ बोलने से खफा हुईं मायावती, आकाश को BSP से निकाले जाने पर सपा सांसद ने कसा तंज
- मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सोमवार को पार्टी से भी निष्कासित कर दिया। इसे लेकर सपा सांसद राजीव राय ने इशारे-इशारे में ही मायावती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि बसपा प्रमुख भाजपा के खिलाफ बोलने के कारण नाराज थीं।

बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सोमवार को पार्टी से भी निष्कासित कर दिया। इससे पहले, मायावती ने रविवार को आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी समेत सभी पदों से हटा दिया था। अब इसे लेकर सपा सांसद राजीव राय ने इशारे-इशारे में ही मायावती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि वह भाजपा के खिलाफ बोलने के कारण नाराज थीं।
बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित किए जाने के कुछ घंटे बाद ही सपा सांसद राजीव राय ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के बड़े नेताओं के खिलाफ बोलने के कारण ही आकाश आनंद को पार्टी से निकाला गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "गाहे बगाहे भाजपा के बड़े नेताओं के खिलाफ बोलने से खफा, आकाश आनंद को बहन मायावती ने पार्टी से बाहर निकाला?"
मायावती ने आकाश के ससुर को ठहराया कसूरवार
एक दिन पहले ही मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था। इसके लिए आकाश आनंद के राजनीतिक करियर को खराब करने का जिम्मेदार मायावती ने उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ माना। मायावती ने आज एक्स पर लगातार तीन पोस्ट कर भतीजे को खूब सुनाया। उन्होंने लिखा कि पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण उन्हें सभी जिम्मेदारियों से मुक्त किया था। जिसका उन्हें पश्चाताप करके परिपक्वता दिखानी थी। लेकिन इसके विपरित उन्होंने अपनी लंबी-चौड़ी प्रतिक्रिया थी। जिसमें उनके पछतावे व राजनीतिक मैच्योरिटी का नहीं बल्कि ससुर के प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी और गैर मिशनरी है।
बहन जी का हर फैसला पत्थर की लकीर के समान
दरअसल पार्टी की जिम्मेदारियों से मुक्त किए जाने के बाद आकाश आनंद ने एक्स पर पोस्ट कर लिखआ था कि वह मायावती के कैडर हैं उनके नेतृत्व में त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सीख हैं। उनका हर फैसला पत्थर की लकीर के समान हैं। उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं।