बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार सुबह पोस्ट कर बुद्ध पूर्णिमा की बधाई दी। समस्त अनुयाइयों को बुद्ध पूर्णिमा पर मुक्त सुखी व समृद्ध जीवन की शुभकामनाएं दीं। इसके साथ विपक्ष पर हमला बोला। राजनीतिक पार्टियां स्वार्थ के लिए माथा टेकती हैं।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर में तीनों चुनाव आयुक्त के साथ बैठक की। बहनजी के नाम से लोकप्रिय मायावती इस तरह की बैठकों में कम जाती हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने जातिगत गणना के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए शनिवार को कहा कि वह यह भूल गयी कि दलित तथा ओबीसी समाज के करोड़ों लोगों को आरक्षण सहित उनके संवैधानिक हक से वंचित रखने में उसका इतिहास काला अध्याय है।
मोदी सरकार के जातीय जनगणना कराने के फैसले का हर कोई स्वागत कर रहा है। भाजपा ही नहीं विपक्षी पार्टियों ने अपने-अपने अंदाज में इस फैसले का समर्थन किया है।
बसपा प्रमुख मायावती की पोस्ट के अगले ही दिन उनके भतीजे आकाश आनंद भी सक्रिय हो गए। दो महीने बाद आकाश ने किसी राजनीतिक मामले पर बुधवार को अपना बयान दिया है। इतने दिनों बाद सक्रिय होते ही सपा और अखिलेश यादव को निशाने पर लिया है।
मायावती ने पहलगाम आतंकी हमले पर दलों को नसीहत देने के साथ ही बाबा साहेब के अपमान को लेकर सड़क पर उतरने की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सभी पार्टियों को एकजुट होकर सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए। न कि घिनौनी राजनीति की जानी चाहिए।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने 24 घंटे में दूसरी बार भतीजे आकाश आनंद को लेकर एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें पार्टी नेताओं को आकाश आनंद का हौंसला बढ़ाने की भी हिदायत है। ऐसे में माना जा रहा है कि एक बार फिर आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है।
भतीजे आकाश आनंद को पहले निकालने फिर वापस लेने को लेकर उठ रहे सवालों पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को सफाई दी। उन्होंने साफ किया कि यह आया राम, गया राम वाला मामला नहीं है। किसको लेना है और किसको निकालना है, यह पार्टी का अपना फैसला होता है।
मायावती ने एक बार फिर अपने सियासी विरोधियों पर हमला बोला है। दलितों के मुख्यधारा से दूर रह जाने के लिए कांग्रेस और भाजपा को समान रूप से जिम्मेदार ठहराया है तो सपा के कृत्यों को घोर जातिवादी बता दिया है। उन्होंने कहा कि सपा को माफ करना असंभव है।
मायावती ने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। मायावती ने सपा नेताओं के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया दी। मायावती ने कहा कि सपा वोट के खातिर किसी भी हद तक जा सकती है। इसके साथ ही दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज को चेताया कि सपा के बहकावे में नही आएं।